संत समाज के प्रेरणा स्रोत थे स्वामी सत्यमित्रानंद गिरीः अवधेशानंद

हरिद्वार, 19 सितंबर (हि.स.)। भारत माता मंदिर के संस्थापक और पद्म भूषण से अलंकृत ब्रह्मलीन स्वामी सत्यमित्रांनद गिरी महाराज का प्रकटोत्सव जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज की अध्यक्षता व सभी अखाड़ों के सानिध्य में भारत माता मंदिर में समारोह पूर्वक मनाया गया।
इस अवसर पर संत महापुरुषों ने सनातन धर्म संस्कृति के संरक्षण संवर्द्धन में ब्रह्मलीन स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी महाराज के योगदान को स्मरण करते हुए उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान संतों ने नए संसद भवन के निर्माण और संसद सत्र में महिला आरक्षण बिल लाए जाने के सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बधाई भी दी।
स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन स्वामी सत्यमित्रांनद गिरी महाराज संत समाज के प्रेरणा स्रोत और महान तपस्वी व विद्वान संत थे। उनकी शिक्षाओं पर चलते हुए मानव सेवा में योगदान का संकल्प ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि है। संसद के नए भवन और महिला आरक्षण बिल लाए जाने के सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा संत समाज को विश्वास है कि नया संसद भवन देश में कल्याणकारी योजनाओं का गवाह बनेगा। संसद में लाए जा रहे महिला आरक्षण बिल को लेकर भी केंद्र सरकार की प्रशंसा करते हुए स्वामी अवधेशानंद ने कहा कि सनातन संस्कृति में नारी को पूजनीय माना गया है और महिलाओं के सशक्त होने से देश भी सशक्त होगा।
अखाड़ा परिषद अध्यक्ष एवं श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी महाराज त्याग एवं तपस्या की साक्षात प्रतिमूर्ति थे। उनके विचार और शिक्षाएं सदैव समाज का मार्गदर्शन करती रहेंगी। भारत माता मंदिर ट्रस्ट के सचिव आईडी शास्त्री, महंत स्वामी ललितानंद गिरी महाराज व भारत माता मंदिर के ट्रस्टियों ने सभी संत महापुरूषों एवं अतिथीयों का फूलमाला पहनाकर स्वागत किया।
हिन्दुस्थान समाचार/ रजनीकांत/पवन
