मीरजापुर, 29 सितम्बर (हि.स.)। आस्कर अवार्ड विजेता डाक्यूमेंट्री फिल्म स्माइल पिंकी की मुख्य भूमिका निभाने वाली पिंकी का घर फिलहाल खाली नहीं होगा। शुक्रवार की शाम तहसीलदार चुनार शक्ति प्रताप सिंह रामपुर ढबही गांव स्थित स्माइल पिंकी के घर पहुंचे और उसे व उसके पिता राजेंद्र सोनकर को आश्वासन दिया कि उसके घर को खाली नहीं कराया जाएगा। इसके लिए पिंकी ने जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन का आभार जताया।

फिल्म निर्माता मेगन माइलन ने कटे होंठ के बच्चों के जीवन पर आधारित 39 मिनट की डाक्यूमेंट्री फिल्म स्माइल पिंकी बनाई थी। 2009 में इस डाक्यूमेंट्री को आस्कर पुरस्कार मिला था। इसके बाद पिंकी को काफी शोहरत मिली। इस मुकाम पर पहुंची पिंकी ने कभी सोचा नहीं होगा कि जिस छोटे से घर में वह गुजर-वसर कर रही है उसे भी खाली करने की नौबत आ जाएगी।

वन विभाग की ओर से पिंकी के पिता समेत गांव के 28 लोगों को घर खाली करने का नोटिस मिलने से हलचल मच गई। पिंकी के घर को खाली कराने की जानकारी जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन को हुई तो उन्होंने मामले को गंभीरता से लिया और तहसीलदार चुनार को पिंकी के घर को खाली नहीं कराने का निर्देश दिया।

तहसीलदार चुनार शक्ति प्रताप सिंह ने बताया कि रामपुर ढबही गांव में वन विभाग की ओर से सरकारी भूमि पर अतिक्रमण खाली कराने का राजेन्द्र सोनकर व अन्य को नोटिस दिया गया था। पिंकी व उसके पिता राजेंद्र सोनकर को आश्वासन दिया गया है कि उनके घर को खाली नहीं कराया जाएगा।

तीन बीघा पट्टा भूमि पर चल रहा है मुकदमा

स्माइल पिंकी को चुनार एसडीएम रहे डा. विश्राम यादव द्वारा दो लाख रुपये की आर्थिक मदद व तीन बीघे भूमि का पट्टा आवंटित किया गया था। पिंकी ने तहसीलदार चुनार शक्ति प्रताप सिंह को बताया कि जो भूमि उसे पट्टे पर दी गई थी, उस भूमि पर उसे काबिज लोगों से मुकदमा लड़ना पड़ रहा है। तहसीलदार चुनार शक्ति प्रताप सिंह ने उसे आश्वासन दिया कि जल्द ही उसका निस्तारण किया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/राजेश

Updated On 29 Sep 2023 7:09 PM GMT
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