प्रयागराज, 19 सितम्बर (हि.स.)। वरिष्ठ कवि एवं समाज विज्ञानी प्रो.बद्री नारायण ने कहा कि हिन्दी सिनेमा और बॉलीवुड की हस्ती बन चुकी है। हिन्दी न केवल जन भाषा के रूप में है बल्कि सामाजिक परिवर्तन के रूप में जानी जाती है। यह खुद को ही सशक्त नहीं की बल्कि हाशिये के समाज को भी सशक्त करने का महत्वपूर्ण काम किया है।

मंगलवार को ईश्वर शरण डिग्री कॉलेज में हिन्दी विभाग एवं भाषा केन्द्र के संयुक्त तत्वावधान में 13-27 सितम्बर तक आयोजित हिन्दी पखवाड़ा में बतौर मुख्य अतिथि प्रो. बद्री नारायण ने कहा कि बोली कई बार भाषा हो जाती है और भाषा कई बार बोली हो जाती है। खड़ी बोली पहले भाषा थी अब बोली हो गई। ब्रज पहले भाषा थी अब बोली हो गई। उन्होंने कहा कि अगर भाषा के इतिहास को जानना है तो आपको महत्वपूर्ण पुस्तकें पढ़नी होंगी। तब आप जान पायेंगे कि भाषा में कितना बड़ा परिवर्तन आया है। हिन्दी के साथ हम दूसरी भाषाओं को भी जानें। क्योंकि दूसरी भाषा जानेंगे तो उसके इतिहास, उसकी लोक संस्कृति से परिचित होंगे। उन्होंने कहा कि हिन्दी आज समाज के उपेक्षित समाज को शक्ति दे रही है। उसे 65 प्रतिशत से ज्यादा लोग बोल रहे हैं।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डॉ अजय कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि हिन्दी अपने आप में सक्षम है, उसे किसी बैसाखी की जरूरत नहीं है। आप हिन्दी ज्यादा से ज्यादा बोलें तो वह एक-दूसरे के बीच उतरती चली जायेगी। उन्होंने कहा कि हिन्दी स्वतः विकसित होती जा रही है। भाषा का प्रवाह जितना सरल होगा हिन्दी के लिए उतना ही हितकर होगा। उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि छात्रों को कम से कम अपने शहर के कवियों के बारे में पता होना चाहिए और उनकी रचनाओं का अध्ययन करना चाहिए।

कार्यक्रम में स्वागत वक्तव्य डॉ आलोक मिश्र एवं कुशल संचालन डॉ अमरजीत राम तथा धन्यवाद ज्ञापन हिन्दी विभाग के संयोजक डॉ धीरज कुमार चौधरी ने किया। इस अवसर पर महाविद्यालय परिवार के समस्त प्राध्यापक, शोधार्थी और छात्र-छात्रायें उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/पदुम नारायण

Updated On 20 Sep 2023 12:19 AM GMT
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