- मातृभाषा गुजराती के समानांतर अंग्रेज़ी में युवाओं को निपुण बनाने का अभियान

- राज्य सरकार देती है कैम्ब्रिज टेस्ट के लिए 55 से 60 प्रतिशत और ब्रिटिश काउंसिल की परीक्षा के लिए लगभग 87 प्रतिशत परीक्षा फ़ीस में राहत

अहमदाबाद, 17 सितंबर (हि.स.)। आज जब विश्व स्तर पर भारत का महत्व लगातार बढ़ रहा है, देश के बुद्धिजन का बोलबाला है, ऐसे में वैश्विक आचार, विचार एवं व्यवहार में स्वीकृत अंग्रेज़ी भाषा पर प्रभुत्व भी आवश्यक है। राज्य के वर्ष 2023-024 के बजट में जब पांच स्तंभ आधारित विकास की बात की गई है, जिसके द्वितीय स्तंभ में मानव संसाधन विकास का समावेश किया गया है, तब गुजरात के युवाओं में अंग्रेज़ी भाषा का अभाव न रहे; इसके लिए गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में पीएम नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2007 में स्कोप-(सोसायटी फॉर क्रिएशन ऑफ ऑपोरचुनिटी थ्रू प्रोफिसिएनसी इन इंग्लिश) संस्थान की स्थापना की गई थी।

गुजरात के युवाओं में अंग्रेज़ी भाषा पर प्रभुत्व बढ़ाने तथा इसके माध्यम से रोज़गार के अधिक उज्ज्वल अवसर उपलब्ध कराने के लिए गुजरात के युवाओं में मातृभाषा गुजराती के साथ अंग्रेज़ी भाषा में शिक्षा (भणतर) के साथ दीक्षा (गणतर) प्रदान करने के प्रधानमंत्री के सपने को मूर्तरूप देने का कार्य स्कोप द्वारा किया जा रहा है। इसके लिए स्कोप द्वारा अंग्रेज़ी भाषा शिक्षा आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन, इसमें टेक्नोलॉजी के उपयोग को प्रोत्साहन, अंतरराष्ट्रीय स्तर की एजेंसियों के साथ जुड़ कर राज्य में अंग्रेज़ी भाषा शिक्षा के क्रियान्वयन एवं संवर्धन के लिए प्रशिक्षण, सेमिनार, वर्कशॉप आदि का आयोजन और ई-लर्निंग माध्यमों को प्रोत्साहन देने का कार्य किया जा रहा है।

इंग्लिश सशक्तिकरण का प्रशिक्षण

गुजरात के युवा अंग्रेज़ी भाषा में बोलने, लिखने तथा सुनने का कौशल्य विकसित हो सके; इसके लिए स्कोप द्वारा रैपिड इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स, बाइसैग के माध्यम से वर्कशॉप, वेबिनार, सेमिनार, ई-क़्विज़ सहित विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन और अध्यापकों एवं शिक्षकों को भी प्रशिक्षण दिया जाता है। इतना ही नहीं, विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास के अतिरिक्त टेक्नोलॉजी का महत्व, लेखन, कौशल्य, व्यावसायिक सज्जता, टाइम मैनेजमेंट आदि प्रवृत्तियों के साथ व्याकरण, भारतीय संस्कृति, साधारण ज्ञान, समसायिक विषयों पर महीने में तीन बार ई-क़्विज़ का आयोजन भी किया जाता है। इस प्रकार स्कोप द्वारा अब तक आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में कुल 1,31,400 लाभार्थियों ने अंग्रेज़ी सशक्तीकरण का प्रशिक्षण प्राप्त किया है, जबकि कुल लगभग 26,917 वेबिनार एवं सेमिनार और लगभग 3900 वर्कशॉप आयोजित हुए हैं। इनके अतिरिक्त, लगभग 823 प्रतियोगिताएँ भी आयोजित की गई हैं और ऑनलाइन आयोजित लगभग 70 ई-क़्विज़ में कुल 6,24,371 उम्मीदवारों ने भाग लिया है।

दो अंतरराष्ट्रीय परीक्षाओं का आयोजन

इसके अतिरिक्त, स्कॉप द्वारा उम्मीदवारों के प्लेसमेंट के लिए कैम्ब्रिज इंग्लिश प्लेसमेंट टेस्ट (सीईपीटी) तथा लिंग्वास्कील बिजनेस एक्जॉम जैसी दो अंतरराष्ट्रीय परीक्षाओं का आयोजन भी किया जाता है। इन परीक्षाओं के लिए विद्यार्थियों को तैयार करने के लिए स्कोप द्वारा डिबेट, वक्तृत्व तथा निबंध प्रतियोगिता, ग्रुप डिसकशन्स आदि आयोजित किए जाते हैं; जिससे गुजरात के विद्यार्थी अंग्रेज़ी भाषा पर प्रभुत्व प्राप्त कर सकें और अंग्रेज़ी भाषा का भय दूर हो सके। ऐसी प्रतियोगिताओं में प्रथम तीन स्थानों पर आने वाले विद्यार्थियों को नक़द पुरस्कार तथा प्रत्येक प्रतियोगी विद्यार्थी को प्रमाणपत्र दिया जाता है। उल्लेखनीय है कि सीईपीटी तथा लिंग्वास्कील बिजनेस एक्जॉम में लगभग 130 देशों में मान्य हैं। ये परीक्षाएँ उत्तीर्ण करने वालों को कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी द्वारा प्रमाणपत्र भी दिया जाता है, जो कॉमन यूरोपियन फ़्रेमवर्क (सीईएफआर) पर आधारित है तथा विभिन्न वैश्विक संस्थानों में एडमिशन में भी सहायक होता है। इस प्रकार, वर्ष 2007 से अब तक कुल 6,34,809 विद्यार्थियों ने ये सर्टिफ़िकेट प्राप्त किए हैं, जो उन्हें रोज़गार पाने तथा कॅरियर के विभिन्न चरणों में उपयोगी सिद्ध हुए हैं।

स्कोप तथा ब्रिटिश काउंसिल के बीच एग्रीमेंट

स्कोप द्वारा ग्लोबल पाटीदार बिज़नेस समिट 2022, तमिल संगमम्, वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट सहित विभिन्न आयोजनों में भाग लेकर युवाओं को वैश्विक स्तर पर अंग्रेज़ी के महत्व के विषय में जागृत किया जाता है। संस्थान की विभिन्न उपलब्धियों को ध्यान में लेते हुए उसे 83वें एसकेओसीएच एजुकेशन समिट अवॉर्ड्स, 2022 में गोल्ड कैटेगरी का अवॉर्ड प्रदान किया गया था। इसके अतिरिक्त, स्कोप तथा ब्रिटिश काउंसिल के बीच एग्रीमेंट भी साइन किया गया है, जिसके कारण अब ब्रिटिश काउंसिल के कुशल विशेषज्ञों के ऑनलाइन प्रशिक्षण एवं उसके आधार पर ली जाने वाली परीक्षाओं का लाभ गुजरात के विद्यार्थियों और आम जनता को मिलेगा। वर्ष के दौरान समग्र विश्व में 20,00,000 से अधिक लोग प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं। यह परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले को अंतरराष्ट्रीय स्तर का प्रमाणपत्र प्रदान किया जाता है, जो 150 से अधिक देशों से अधिक यूनिवर्सिटियों में मान्य है। उल्लेखनीय है कि समग्र देश में 2007 से कार्यरत् स्कोप एक ऐसा मॉडल है, जो युवाओं को अंग्रेज़ी भाषा पर प्रभुत्व प्रदान करने के साथ ही रोज़गार के उज्ज्वल अवसर दिलाने के लिए प्रयत्नशील है। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा स्कोप के माध्यम से ली जाने वाली दोनों अंतरराष्ट्रीय स्तरीय परीक्षाओं; कैम्ब्रिज टेस्ट के लिए 50 से 60 प्रतिशत, जबकि ब्रिटिश काउंसिल की परीक्षा के लिए 87 प्रतिशत राहत परीक्षा फ़ीस में दी जाती है। इन परीक्षाओं के प्रमाणपत्र विश्व के गणमान्य विश्वविद्यालयों में भी मान्यता प्राप्त होने के कारण राज्य के युवाओं तथा अन्य नागरिकों से इसका लाभ लेने का स्कोप द्वारा अनुरोध किया गया है।

हिन्दुस्थान समाचार/अमित राडिया/बिनोद/प्रभात

Updated On 17 Sep 2023 11:01 PM GMT
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