लोगों ने कहा, गुरुदेव की संस्कृति संरक्षित करने की जिम्मेदारी बढ़ गई

कोलकाता, 19 सितंबर (हि.स.)। पश्चिम बंगाल के वीरभूम जिले में गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा स्थापित शांति निकेतन और विश्व भारती विश्वविद्यालय को यूनेस्को ने विश्व धरोहर घोषित किया है। इसे लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तो खुशी जाहिर की है। साथ ही शांति निकेतन के लोगों में भी खुशी की लहर है।

शांति निकेतन को विश्व धरोहर सूची में शामिल किए जाने की घोषणा होते ही लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई। गुरुदेव द्वारा स्थापित विश्व भारती विश्वविद्यालय यहीं अवस्थित है। इसके कुलपति विद्युत चक्रवर्ती ने कहा कि गुरुदेव की धरोहर को विश्व स्तर पर मिली यह पहचान अद्वितीय है। विश्व भारती की ओर से शांति निकेतन की खूबियों के संबंध में वीडियो भेजा गया था। इसमें बताया गया था कि कैसे गुरुदेव द्वारा स्थापित क्षेत्र और विश्व भारती संस्थान पूरी दुनिया को शांति, सुरक्षा और विकास का रास्ता दिखा सकता है। इसके बाद यूनेस्को समिति की बैठक में इसे स्वीकृति मिली।

विश्वविद्यालय की ओर से बताया गया है कि भारत सरकार के आर्कियोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया (एएसआई) की ओर से शांति निकेतन पर 19 पन्ने का डिजिटल ब्राउज़र तैयार कर यूनेस्को भेजा गया था। भारत सरकार ने लगातार इस संबंध में संपर्क बनाए रखा था। वर्ल्ड हेरिटेज कमेटी के तीन सदस्यों ने शांति निकेतन का दौरा किया था।

गुरुदेव के परिवार के सदस्यों में तो और भी खुशी है। ठाकुर परिवार के सदस्य सुप्रिया ठाकुर ने कहा कि यह एक अद्भुत उपलब्धि है। अब हमारी एवं यहां के लोगों की जिम्मेदारी और बढ़ गई है। इस ऐतिहासिकता की रक्षा करने के लिए हमें और प्रयासरत होना होगा।

शांति निकेतन आश्रम में कुमार घोष रहते हैं। यहां गरीबों, दीन दुखियों और जरूरतमंदों की सेवा सुश्रुषा होती है। उन्होंने कहा, हमें गौरव हो रहा है कि गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर के सपने के संस्थान और जगह को विश्व धरोहर में स्थान मिला है। इसके मौलिक स्वरूप को संजो कर रखना अब हम सब की जिम्मेदारी है।

बोलपुर के रहने वाले मशहूर कारोबारी गौरांग राय भी इस उपलब्धि पर खुश हैं। उन्होंने कहा, यह न केवल गौरवान्वित करने वाला पल है बल्कि अद्भुत आनंद का एहसास हो रहा है। विश्व भारती विश्वविद्यालय आज दुनिया का एकमात्र लिविंग विश्वविद्यालय है जिसमें भारतीय सभ्यता संस्कृति के आधार पर विश्व को रास्ता दिखाने का जरिया है।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम प्रकाश/संजीव

Updated On 20 Sep 2023 12:07 AM GMT
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