जैन धर्मावलंबियों का पर्यूषण पर्व शुरू, 29 को होगा समापन

खूंटी, 19 सितंबर (हि.स.)। पर्यूषण पर्व जैन धर्मावलंबियों का एक बड़ा पर्व है। यह पर्व भगवान महावीर के मूल सिद्धांत अहिंसा परमो धर्मो, जियो और जीने दो की राह पर चलना सिखाता है। इस पर्व में जैन समाज के लोग इन 10 दिनों तक व्रत, उपवास, त्याग एवं तप करते हैं। इस दौरान जैन समाज के लोग दसों दिन धार्मिक गतिविधियों में लीन रहते हैं।
इस संबंध में रोहित जैन ने बताया कि खूंटी में जैन मंदिर के निर्माण के बाद यह पहला पर्यूषण पर्व मनाया जा रहा है। इस बार पर्यूषण पर मुख्य रूप से जैन समाज के भरत और उनकी टीम खूंटी आई है। भरत की देखरेख में सभी धार्मिक अनुष्ठान संपन्न कराये जायेंगे। रोहित जैन ने बताया कि इन दस दिनों में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम, जिसमें धार्मिक तंबोला, कौन बनेगा करोड़पति, चलो शिखरजी की यात्रा, धार्मिक अंताक्षरी सहित कई कार्यक्रम आयोजित होंगे। सभी कार्यक्रम पूर्ण धार्मिक रहेंगे।, पर्यूषण पर्व यानी उत्तम क्षमा, उत्तम मार्दव, उत्तम शौच, उत्तम सत्य, उत्तम संयम, उत्तम तप, उत्तम त्याग, उत्तम अकींचन्य और उत्तम ब्रह्मचर्य ही पर्व का उद्देश्य है।
उन्होंने बताया कि इसके बाद क्षमा वाणी पर्व मनाया जाएगा, जिसमें सभी लोग एक दूसरे से साल भर की हुई गलती के लिए एक दूसरे से क्षमा मांगेगे। मंगलवार को धार्मिक अंताक्षरी का आयोजन किया गया, जिसमें ममता जैन, रिंकू जैन, अनुराधा जैन, मनीष जैन, ममता जैन, निक्की जैन, शालु जैन, रुचि जैन, पिंकी जैन, मेघा जैन, रश्मि जैन, संगीता जैन आदि ने भाग लिया। इसमें प्रथम विजेता रश्मि जैन और द्वितीय विजेता संगीता जैन रही।
हिन्दुस्थान समाचार/अनिल
