नई दिल्ली, 22 सितंबर (हि.स.)। मातृ शिशु स्वास्थ्य और पोषण के क्षेत्र में कार्य करने वाली संस्था सुकार्य के नेतृत्व में दिल्ली के फिक्की सभागार में शुक्रवार से दो दिवसीय एनीमिया और कुपोषण की रोकथाम के लिए एक सम्मलेन का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान दुनिया के कई देशों से आए विशेषज्ञ अपने विचार साझा कर रहे हैं।

सुकार्य की फाउंडर मीरा सतपथी ने कहा कि एनीमिया और कुपोषण विषय पर यह चर्चा बहुत महत्वपूर्ण है। हम सभी को मिलकर दुनिया को एनीमिया और कुपोषण से मुक्ति दिलाना है। यह सम्मेलन प्रमुख मुद्दों पर नए दृष्टिकोण सामने लाने के लिए स्वास्थ्य विशेषज्ञों, शोधकर्ताओं, नीति निर्माताओं, सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों, शिक्षकों और समुदाय के प्रतिनिधियों को एक मंच पर साथ लेकर आया है ।

सम्मेलन के दौरान देश में एनीमिया के बढ़ते बोझ की चुनौती, माताओं के बेहतर पोषण के लिए बहुआयामी प्रणालियों को प्राथमिकता देना और उनके विभिन्न पहलुओं को मजबूत करने की योजना पर कार्य करने, भारत की एनीमिया नीति, गंभीर चुनौतियों और बचपन में कुपोषण के प्रबंधन में नए शोधों का विश्लेषण, एमसीएचएन मृत्यु दर में कमी लाने के प्रयास में तेजी लाने के लिए स्वास्थ्य प्रौद्योगिकियों का लाभ उठाना, पोषण परिणामों में सुधार लाने की दिशा में एकीकृत एमसीएचएन नवाचारों को पुनः व्यवस्थित करना व अन्य मुद्दों पर चर्चा की जा रही है।

सतपथी ने कहा हमारे सम्मेलन का उद्देश्य हितधारक साझेदारी और एनीमिया के मामलों और महिलाओं व बच्चों पर इसके प्रभाव को कम करने के लिए अनुसंधान, कार्यक्रम डिजाइन, कार्यान्वयन के सभी चरणों में समुदायों की सक्रिय भागीदारी को बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि सुकार्य ने भारत के 760 गांवों में 70 लाख महिलाओं और बच्चों तक अपनी पहुंच बनाई है और मातृ शिशु स्वास्थ्य और पोषण के महत्व पर संवाद और स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से समुदायों को जोड़ना जारी रखा है।

हिन्दुस्थान समाचार/आशुतोष/दधिबल

Updated On 22 Sep 2023 7:13 PM GMT
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