डाक्टर, कार्यालयीन स्टाफ और नर्स के समय पर अस्पताल नहीं आने की शिकायत

धमतरी, 2 जून (हि.स.)। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गुजरा में डाक्टर, नर्स और कार्यालयीन स्टाफ की लापरवाही के कारण मरीजों को घंटों इंतजार करना पड़ता है। इससे क्षेत्र के लोगों में आक्रोश है। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत जिला पंचायत धमतरी सभापति गोविंद साहू से की है।

ग्रामीण दीनदयाल साहू, मेहत्तरू पटेल, रोशन तिवारी ,यशवंत ध्रुव, विक्रम सिंह मंडावी एवं अन्य ग्रामीणों ने बताया कि डाक्टर, नर्स और कार्यालयीन स्टाफ समय पर अस्पताल नहीं पहुंचते। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गुजरा की ओपीडी खुलने का समय सुबह नौ बजे है, लेकिन डाक्टर, नर्स एवं अन्य स्टाफ 10 बजे तक नहीं पहुंचे रहते। समय पर पहुंचकर चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी अपना काम करते दिखते हैं। मरीजों को उपचार करवाने के डाक्टर इंतजार करना पड़ता है। समय अनुसार ओपीडी में डाक्टर नहीं आते। सुबह पर्ची बनाने वाला कर्मचारी भी कई बार देर से आता है। यहां रात्रिकालीन डाक्टर की सेवा भी उपलब्ध नहीं है। एक या दो नर्सों को रात्रिकालीन ड्यूटी पर लगा दिया जाता है। ज्यादातर डिलवरी केस को धमतरी जिला चिकित्सालय धमतरी रेफर कर दिया जाता है।धमतरी ब्लाक में जिला अस्पताल के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गुजरा दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल हैं। यहां एक्सरे मशीन नहीं है। किसी भी प्रकार की गंभीर बीमारी के लिए एक्सरे करवाने के लिए धमतरी जाना पड़ता है। प्रशासन के द्वारा यहां एक्सरे मशीन के स्वीकृति बहुत पहले मिल चुकी है।यहां शिशु रोग विशेषज्ञ डा सूर्यवंशी उपलब्ध हैं। बच्चों से संबंधित हर एक प्रकार की बीमारी का इलाज होता है। दांत के डा प्रतिभा अग्रवाल के पास प्रतिदिन मरीजों की भीड़ रहती है। प्रत्येक शुक्रवार को नेत्र रोग विशेषज्ञ डा शुक्ला भी आते हैं। नाक, कान, गला रोग विशेषज्ञ भी बुधवार को अपनी ड्यूटी देते हैं। प्रसूति के लिए डा लक्ष्मी लहरे उपलब्ध हैं। मगर सामान्य बीमारी के जांच के लिए डाक्अर की कमी यहां पर महसूस की जाती है । जीवनदीप समिति भी दिखाने मात्र का रह गया है। ग्रामीणों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सुविधा बढ़ाने मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और कलेक्टर को आवेदन किया है। फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।डाक्टर आैर अन्य स्टाफ अस्पताल में समय में नहीं आते, इसकी शिकायत मिली है। यहां स्टाफ की भी कमी है। एक्सरे मशीन नहीं है, जिसकी सख्त आवश्यकता है। यहां सुपेला, भखारा से लेकर दूर-दूर से मरीज आते हैं। पोस्टमार्टम कक्ष बनाकर पीएम की सुविधा दी जानी चाहिए। शव को पीएम के लिए कुरूद और धमतरी ले जाना पड़ता है। देर से ड्यूटी आने की बात को जिला पंचायत की बैठक में उठाया जा चुका है।

- गोविंद साहू, सभापति जिला पंचायत धमतरी।

सख्त कार्रवाई का निर्देश है

डाक्टर तीन शिफ्ट में ड्यूटी में रहते हैं। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के कारण एक-दो दिन देर से अस्पताल गए थे। बीएमओ को सख्त निर्देश दिया गया है कि जो भी देर से अस्पताल आते हैं, उन पर सख्त कार्रवाई की जाए।

- डा एसके मंडल, सीएमएचओ धमतरी।

Updated On 2 Jun 2023 9:03 PM GMT
Agency Feed

Agency Feed

Next Story