हरिद्वार, 29 मई (हि.स.)। हर की पैड़ी की प्रबंध कारिणी संस्था गंगा सभा के तत्वावधान में गंगा दशहरा की पूर्व संध्या पर शास्त्रों में गंगा का महात्म्य विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर गंगा सभा ने घोषणा की कि वह एक ऐसी गंगा पीठ की स्थापना करेंगी जिसमें गंगा से संबंधित संपूर्ण जानकारी उपलब्ध होगी। संगोष्ठी में अनेक विद्वानों ने गंगा की महिमा पर अपने विचार रखे।

पतंजलि विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति डॉ महावीर अग्रवाल ने कहा कि मां गंगा के तट भारत के विभिन्न शहरों में स्थापित वह तीर्थस्थल हैं, जहां हमारे अनेक ऋषि-मुनियों ने सैकड़ों वर्षों तक कठोर तप-साधना की है और ऐसी कठिन साधना के ज्ञानरूपी फल को उन्होंने केवल भारत ही नहीं बल्कि विश्व के लोगों के मध्य वितरित किया है। इनमें भी हरिद्वार के कनखल के गंगा तट ने तो महाकवि कालिदास तक को आकर्षित किया है, जिसका उन्होंने अपने ''मेघदूत'' नामक महाकाव्य में भी वर्णन किया है।

गंगासभा के अध्यक्ष नितिन गौतम की अध्यक्षता, सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ एवं विद्वत्परिषद् के सचिव आचार्य करुणेश मिश्र के संयोजकत्व में आयोजित संगोष्ठी का कुशल संचालन चेतना पथ के संपादक अरुण कुमार पाठक ने किया। मुख्य वक्ता राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त गुरुकुल महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य डा. हरि गोपाल शास्त्री व उत्तराखण्ड शिक्षा विभाग की पूर्व निदेशक पुष्पा रानी वर्मा ने गंगा की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि ''गंगा है तो जीवन है क्योंकि जल ही जीवन का पर्याय है यही कारण है कि गंगा और गंगाजल न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में पूजनीय है। उत्तराखंड संस्कृत एकेडमी के शोध अधिकारी डा. हरिश्चंद्र गुरुरानी, उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति डा. दिनेश चन्द्र शास्त्री, जगदेव सिंह संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य डा. राजेंद्र प्रसाद गौनियाल उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के डा. शैलेश तिवारी ने भी शास्त्रों में मां गंगा के महत्व पर अपने विचार रखे। अधिकतर विद्वानों ने हरिद्वार में गंगा शोध संस्थान की स्थापना पर बल दिया।

गंगा सभा अध्यक्ष नितिन गौतम एवं महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने घोषणा की कि गंगा सभा की विद्वत परिषद ने हरिद्वार में एक ऐसा गंगा विद्यापीठ स्थापित करने का निर्णय लिया है जिसमें गंगाजी से संबंधित समस्त इतिहास, चित्र, वृत्तचित्र, पुस्तकें तथा सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण अन्य सभी सामग्री उपलब्ध होगी। हरिद्वार और हर की पैड़ी के इतिहास तथा उससे संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियों को लेकर एक पुस्तक का प्रकाशन भी किया जाएगा।

कार्यक्रम में डॉ. सुशील कुमार त्यागी एवं कंचन प्रभा गौतम, श्रीगंगा सभा के स्वागत मंत्री सिद्धार्थ चक्रपाणि, समाज कल्याण सचिव अवधेश पटुवर एवं गंगा सेवक दल के सचिव उज्जवल पंडित ने आये हुए अतिथियों का स्वागत किया।

हिन्दुस्थान समाचार / रजनीकांत/प्रभात

Updated On 29 May 2023 10:21 PM GMT
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