गुवाहाटी, 29 मई (हि.स.)। सतर्कता और भ्रष्टाचार-निरोधी निदेशालय, असम की अलग-अलग टीम ने अभियान चलाते हुए दो लोक सेवक एवं एक पूर्व होम गार्ड को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।

जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता से प्राप्त शिकायत पर कार्रवाई करते हुए निदेशालय की टीम ने आज बाक्सा जिलांतर्गत जालाह के शिमला कैंप के सर्किल इंस्पेक्टर गणेश बर्मन को 40 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। गणेश बर्मन ने शिकायतकर्ता की सास को आपराधिक मामले में राहत देने के एवज में 5 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की थी। मामले की जांच सर्किल इंस्पेक्टर द्वारा की जा रही है। बाद में घटाकर 3 लाख रुपये कर दिया गया था।

शिकायतकर्ता की शिकायत पर आज निदेशालय की एक टीम द्वारा कार्यालय सर्किल इंस्पेक्टर के कार्यालय में एक जाल बिछाया गया। गणेश बर्मन को रुपये स्वीकार करने के तुरंत बाद रंगे हाथों पकड़ा गया। मांगे गए रिश्वत के हिस्से के रूप में शिकायतकर्ता से उसके कार्यालय में 40 हजार रुपये दागी रिश्वत की रकम उसके कब्जे से बरामद कर ली गई है और तदनुसार स्वतंत्र गवाहों की उपस्थिति में जब्त कर ली गई है।

आरोपित लोक सेवक के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य मिलने पर उसे सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक निदेशालय, असम की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है।

इस संबंध में आज एसीबी थाने में मामला दर्ज किया गया है। भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 (2018 में यथासंशोधित) की धारा 7(ए) के तहत मामला संख्या 40/2023 पंजीकृत किया गया है। आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

वहीं, एक अन्य कार्रवाई के दौरान निदेशालय की टीम ने धुबड़ी जिला के बिलासीपारा पुलिस स्टेशन के पुलिस उप-निरीक्षक दीवान राहिजुद्दीन अहमद ने एक आपराधिक मामले की केस डायरी को रद्दोबदल कर जमानत मिलने में आसानी पैदा करने के लिए शिकायतकर्ता से 10 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की थी। हालांकि, रिश्वत की राशि को घटाकर आठ हजार रुपये कर दिया गया था।

शिकायतकर्ता की शिकायत पर निदेशालय की टीम ने रविवार की देर शाम को बिलासीपारा थाना परिसर से पूर्व होमगार्ड सोनारूद्दीन शेख को रुपये स्वीकार करने के तुरंत बाद बीती रात 11.10 बजे रंगे हाथों पकड़ा गया। उप-निरीक्षक दीवान रहीजुद्दीन अहमद के साथ साजिश में शिकायतकर्ता से रिश्वत की मांग के हिस्से के रूप में 6 हजार रुपये दागी रिश्वत की राशि उसके कब्जे से बरामद कर ली गई है और स्वतंत्र गवाहों की उपस्थिति में उसे जब्त कर लिया गया। सब-इंस्पेक्टर दीवान रहीज़ुद्दीन अहमद को भी रिश्वतखोरी के मामले में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

आरोपित लोक सेवक और पूर्व गृह रक्षक के खिलाफ पर्याप्त सबूत मिलने पर, उन्हें सतर्कता और भ्रष्टाचार विरोधी निदेशालय, असम की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है।

इस संबंध में एसीबी थाना में में मामला दर्ज किया गया है। केस नंबर 39/2023 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धारा 7(ए) (2018 में यथासंशोधित) के तहत केस पंजीकृत किया गया है। आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

हिन्दुस्थान समाचार/ अरविंद/प्रभात

Updated On 29 May 2023 6:57 PM GMT
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