कोलकाता, 29 मई (हि.स.)। राज्य के बहुचर्चित मवेशी तस्करी मामले में गिरफ्तार बीरभूम जिले के बाहुबली तृणमूल नेता अणुव्रत मंडल भ्रष्टाचार के मामले में लंबे समय से दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं। अब उनके करीबी एक नेता को तृणमूल कांग्रेस ने महत्वपूर्ण पद से हटा दिया है। जिले के दुबराजपुर में ब्लॉक तृणमूल अध्यक्ष भोला मित्र को उनके पद से हटा दिया गया है। ऐसा तब हुआ है जब अभिषेक बनर्जी ने हाल ही में जनसंपर्क यात्रा की है। यहां पार्टी ने 15 सदस्यों की एक चुनाव समिति बनाई है उसमें भी भोला मित्र को जगह नहीं मिली है। इसे लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं।

दावे किए जा रहे हैं कि तृणमूल कांग्रेस ने अणुव्रत मंडल और उनके करीबी लोगों से किनारे करना शुरू कर दिया है। पार्टी के इस कदम के बाद भोला मित्रा ने सोमवार को कहा कि जब तक पार्टी चाहेगी तब तक रहूंगा, नहीं चाहेगी तो छोड़ दूंगा। तृणमूल सूत्रों ने बताया है कि रविवार को राज्य के मंत्री फिरहाद हकीम के नेतृत्व में बीरभूम जिला तृणमूल कोर कमेटी की बैठक हुई थी। उसी में यह निर्णय लिया गया है। जिन 15 सदस्यीय चुनाव समिति की जिम्मेदारी बीरभूम की सांसद शताब्दी रॉय को सौंपा गया है इसीलिए और भी सवाल उठ रहे हैं क्योंकि शताब्दी और अणुव्रत की अदावत बहुचर्चित रही है। खास बात यह है कि अभिषेक बनर्जी जब यहां जनसंपर्क यात्रा के लिए आए थे तब उन्होंने भोला मित्रा को भ्रष्टाचार और धमकी भरी बयानबाजी के लिए सतर्क किया था। माना जा रहा है कि इसी वजह से यह निर्णय लिया गया है।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम प्रकाश

Updated On 29 May 2023 11:55 AM GMT
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