रायपुर, 26 मई (हि.स.)। छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने बस्तर के पखांजूर इलाके में मोबाइल फोन खोजने के लिए 21 लाख लीटर पानी बहाकर जलाशय खाली करने वाले खाद्य निरीक्षक को निलंबित किये जाने को अपर्याप्त बताते हुए कहा कि उसे बर्खास्त करना चाहिए। साथ ही उस खाद्य निरीक्षक के उस तथाकथित महत्वपूर्ण मोबाइल की गंभीरता से जांच करनी चाहिए कि उसमें ऐसा क्या था, जिसके लिए उसने बिना भय के इतना पानी बहा दिया। जिससे डेढ़ हजार एकड़ खेत की सिंचाई हो सकती थी और इस भीषण गर्मी के समय निस्तारी पानी उपलब्ध कराया जा सकता था।

नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश के गढ़बो छत्तीसगढ़ की यह एक बानगी है। भूपेश ने ऐसा नवा छत्तीसगढ़ गढ़ दिया है, जिसमें भ्रष्टाचार की बाढ़ आ गई है और भ्रष्टाचारी अपना करामाती मोबाइल खोजने के लिए बांध खाली कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भूपेश के राज में हर तरह के घोटालों के साथ जो अनाज घोटाला हुआ है, क्या उसके सबूत उस मोबाइल में हैं, जिसके लिए इतना बड़ा कृत्य किया गया। सरकार को उस मोबाइल की जांच कराने के साथ ही खाद्य विभाग के इस निरीक्षक को न केवल तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करना चाहिए, बल्कि उसके खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज कर फौरन गिरफ्तार किया जाना चाहिए।

नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि भूपेश सरकार में भ्रष्टाचार के तार उनके सचिवालय तक पहुंच गए। उनके करीबी अधिकारी जेल में हैं। शराब घोटाले में उनके आबकारी अधिकारी ईडी की रिमांड में हैं। अब जिस खाद्य निरीक्षक ने मोबाइल फोन के लिए जलाशय खाली करवा दिया, वह खाद्य घोटाले की कड़ी हो सकती है, इससे इंकार नहीं किया जा सकता। यह सरकार घोटालों की सरकार है और छत्तीसगढ़ में नित नए भ्रष्टाचार के रिकॉर्ड बना रही है।

हिन्दुस्थान समाचार/केशव शर्मा

Updated On 26 May 2023 9:53 PM GMT
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