रायपुर, 26 मई (हि.स.)।भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने झीरम घाटी नरसंहार मामले पर कहा कि इस मामले में अब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का नार्को टेस्ट कराये जाने की जरूरत है। ऐसा होने पर ही वे सारे तथ्य सार्वजनिक हो सकेंगे, जिनको अपनी जेब में रखने का दावा करके दशक भर से मुख्यमंत्री बघेल कर रहे हैं।

भाजपा नेता व पूर्व मंत्री गागड़ा ने शुक्रवार को जारी अपने बयान में कहा कि मुख्यमंत्री बघेल झीरम मामले को न्याय के बिंदु तक पहुंचाने के बजाय इसे अपनी राजनीति के लिए एक हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं। आखिर मुख्यमंत्री ने अब तक वे सबूत और तथ्य सार्वजनिक क्यों नहीं किए हैं जो इस जघन्य हत्याकांड की जांच और बलिदानियों के परिजनों को न्याय की दहलीज तक पहुंचा सकें। गागड़ा ने कहा कि प्रदेश सरकार के एक मंत्री कवासी लखमा इस घटना के प्रत्यक्षदर्शी हैं। उनके घटनास्थल से मोटरसाइकिल से सुरक्षित बच निकलने पर भी तब से लेकर अब तक सवाल उठ रहे हैं। घटना के बाद खुद डॉ. चरणदास महंत ने काफी पूछताछ की थी और उनकी तलाशी भी ली थी। अब मुख्यमंत्री बघेल इधर-उधर की बातें करके इस मामले में भी सस्ती राजनीति कर रहे हैं। आखिर मुख्यमंत्री झीरम के किन आरोपितों को बचाने की कवायद कर रहे हैं?

भाजपा नेता व पूर्व मंत्री गागड़ा ने कहा कि अब मुख्यमंत्री का भी नार्को टेस्ट होना चाहिए ताकि झीरम का पूरा सच छत्तीसगढ़ को पता चले। मुख्यमंत्री आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति करके शहीदों के परिजनों की सहिष्णुता और भावनाओं के शोषण का खेल बंद करें, और इस मामले को न्याय के अंतिम बिंदु तक पहुंचाने की ईमानदारी दिखाएं। मुख्यमंत्री बघेल झीरम मामले को लेकर नित-नए सियासी ड्रामे करके अब प्रदेश को बिल्कुल नहीं बरगला सकेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/केशव शर्मा

Updated On 26 May 2023 9:50 PM GMT
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