अनूपपुर, 26 मई (हि.स.)। देश में आकांक्षी ब्लॉक में बच्चों से जुडी शिकायतों के निवारण किया गया। यहाँ पर धर्मांतरण की भी शिकायत मिली है, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय के कुछ प्रोफेसरों के भी नाम आये हैं, जिन पर जांच कर करेंगे। 421 आंगनबाड़ी केंद्रों में पीने के पानी बिजली शौचालय की व्यवस्था नही हैं। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने तय किया है कि सरकार के द्वारा लाए जाने वाली शिकायतों के अलावा देश के सभी आकांक्षी ब्लाकों में शिविर लगाकर शिकायतों का निराकरण किया जाएगा।

यह बात राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने शुक्रवार को अमरकंटक स्थित सर्किट हाऊस के सभागार में बाल अधिकारों के उल्लंघन, संरक्षण संबंधी प्रकरणों के निराकरण संबंधित मामलों की सुनवाई के दौरान कही। पवित्र नगरी मां नर्मदा के उद्गम अमरकंटक से देश के 500 आकांक्षी ब्लाकों में लगाए जाने वाले शिविर की यहां शुरुआत की गई।

राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा अमरकंटक में आयोजित शिविर में 320 से अधिक पंजीयन हुए, जिनकी सुनवाई की गई। जिनमें 126 शिकायतों का मौके पर ही निराकरण किया गया। शेष शिकायतों के संबंध में अधिकारियों को निराकरण के निर्देश दिए गए।

उन्होंने बताया कि भ्रमण के दौरान स्था निय लोगो नाम न बताने की शर्त पर बताया गया हैं कि इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय अमरकंटक में कुछ प्रोफेसरो द्वारा धर्मांतरण कराने के लिए बच्चोंय को छग के पेंन्ड्रा ले जाकर धर्मांतरण कराया कराया जाता हैं। इस बात को संज्ञान लिया गया हैं। आगे की कार्यवाई की जायेंगी।

इस अवसर पर हितलाभ संबंधित प्रमाण पत्र, दिव्यांगों को व्हील चेयर का वितरण भी किया गया। कैम्प लगाकर आधार कार्ड बनाए गए तथा बैंक खाते खोले गए। आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने कहा कि सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से पीड़ितों को हितलाभ दिए जाने का कार्य आयोग द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बच्चों के साथ ही महिलाओं के मामलों को भी सुनकर उन्हें हितलाभ दिलाए जाने के कार्य किए जाने के संबंध में निर्देशित किया जा रहा है। उन्होंने बाल श्रम पर विधिसंगत कार्यवाही की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों किशोर बाल न्याय की कार्यवाही भी की जा सकती है। इस संबंध में मामलों को आयोग के संज्ञान में भी लाया जाए, जिसकी समुचित कार्यवाही की जा सके। आयोग द्वारा गांव के बच्चों के लिए उपलब्ध कराई जाने वाली मूलभूत सुविधाएं स्कूल, आंगनबाड़ी आदि के संबंध में भी समीक्षा कर समक्ष में सुनकर संबंधित पक्षकारों को हितलाभ प्रदाय करने के संबंधित विभागों को निर्देशित करने का कार्य किया जा रहा है।

इस अवसर पर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य ओंकार सिंह, अपर कलेक्टर जे.पी. धुर्वे, संयुक्त कलेक्टर अजीत तिर्की, महिला बाल विकास की सहायक संचालक मंजूषा शर्मा, जिला बाल कल्याण समिति अनूपपुर के अध्यक्ष कुमार ध्रुव, सदस्य विद्यानंद शुक्ला, मोहन पटेल, सीमा यादव सहित स्वास्थ्य, जनजातीय कार्य विभाग, वन, शिक्षा, आजीविका मिशन आदि के अधिकारी तथा बड़ी संख्या में हितग्राही उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश शुक्ला/मुकेश

Updated On 26 May 2023 9:25 PM GMT
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