कोलकाता, 26 मई (हि.स.)। एक समय था जब राज्य में लगातार लोडशेडिंग होती थी। वह जमाना अब बीत चुका है। अब बिजली की समस्या दूर हो गई है। पर्याप्त बिजली का उत्पादन हो रहा है। उद्योगों के लिए बिजली की समस्या नहीं होगी। यह कहना है राज्य के बीजली मंत्री अरूप विश्वास का। शुक्रवार को उन्होंने कहा कि उद्यमियों को प्रदेश में उद्योग लगाने में बिजली की समस्या नहीं होगी। उन्होंने कहा कि राज्य में गैर-पारंपरिक ऊर्जा क्षेत्र में भी काफी संभावनाएं हैं। राज्य सरकार पुरुलिया में पंप स्टोरेज से बिजली उत्पादन को महत्व दे रही है। बिजली उत्पादन में प्रदेश पूरे देश में नंबर वन है। इंफ्रास्ट्रक्चर, भूमि और निर्बाध बिजली आपूर्ति ने उद्योग के लिए अनुकूल वातावरण तैयार किया है। प्रदेश सरकार ने लोड शेडिंग को अलविदा कह दिया है।

उन्होंने कहा कि गत वित्तीय वर्ष में प्रदेश में विद्युत उत्पादन में प्लान लोड फैक्टर 85 प्रतिशत था। जबकि राष्ट्रीय क्षेत्र का उत्पादन 64 प्रतिशत से कहीं अधिक है। देश में 205 विद्युत उत्पादन संयंत्रों की दृष्टि से इस राज्य में विद्युत उत्पादन में बक्रेश्वर प्रथम, संतालडीही द्वितीय तथा सागरदिघी पांचवे पर स्थान है। सागरदिघी में 660 मेगावाट के सुपर क्रिटिकल थर्मल पावर स्टेशन का निर्माण शुरू कर दिया गया है। यह फैसला राज्य में बिजली की मौजूदा बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। साथ ही कोलाघाट और बैंडेल थर्मल पावर स्टेशनों के आधुनिकीकरण की भी योजना है।

तुरगा में 1000 मेगावाट की एक नई पंप स्टोरेज परियोजना शुरू की जाएगी। पुरुलिया की अयोध्या हिल्स में पहले से ही 900 मेगावाट की जलविद्युत परियोजना है। वैकल्पिक ऊर्जा के रूप में दुर्गापुर में ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट पर भी बल दिया गया है। राज्य में उद्योगों और अन्य विनिर्माण क्षेत्रों को निर्बाध बिजली आपूर्ति बनाए रखने के लिए परंपरागत ऊर्जा के अतिरिक्त सौर ऊर्जा को भी अतिरिक्त प्रोत्साहन दिया गया है। हिन्दुस्थान समाचार /ओम प्रकाश/गंगा

Updated On 26 May 2023 8:36 PM GMT
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