ऊना, 26 मई (हि. स.)। ऊना क्षेत्र के साथ लगते गांव धमांदरी में शराब की फैक्टरी के विरोध में स्थानीय ग्रामीण लामबंद हो गए हैं। आसपास की आधा दर्जन ग्राम पंचायतों ने प्रशासन को दो टूक चेतावनी दी है कि अगर मनमर्जी से गांव धमांदरी में शराब की फैक्टरी खोलने की अनुमति दी गई तो ग्रामीण रोष प्रदर्शन करने के साथ ही चक्का जाम करने के लिए मजबूर हो जाएंगे। जिसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।

शुक्रवार को शराब फैक्टरी का विरोध करने के लिए छह ग्राम पंचायतों धमांदरी, डठवाड़ा, बदौली, नंगल सलांगड़ी, चलोला व नारी के ग्रामीण पंचायत प्रधान धमांदरी सुनीता कुमारी के नेतृत्व में कार्यकारी उपायुक्त महेंद्रपाल गुर्जर से मिले। ग्रामीणों ने ज्ञापन सौंपते हुए बताया कि करीब दो वर्ष से धमांदरी में शराब फैक्टरी खोलने के लिए कार्रवाई की जा रही है। फैक्टरी खोलने के लिए ग्राम पंचायत से एनओसी मांगी गई थी। लेकिन ग्रामीण हित में कोई भी एनओसी नही दी गई। इसके बारे में ग्राम पंचायत ने प्रस्ताव पारित करके बीडीओ ऊना को आगामी कार्रवाई के लिए भेजा है।

उन्होंने कहा कि इसके बाबजूद भी गांव में शराब फैक्टरी के लिए भवन का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी राज्य पंजाब में नशे के कई मामले आ रहे हैं और गांव में शराब की फैक्टरी खुलने से स्थानीय लोग भी नशे की गिरफ्त में आ जाएंगे। क्षेत्र के ग्रामीणों ने शराब की फैक्टरी ना खोलने का मामला अपनी पंचायतों में उठाया है। जिसके चलते धमांदरी क्षेत्र की छह ग्राम पंचायतों ने शराब फैक्टरी खोलने का पुरजोर विरोध दर्ज करवाया है।

उधर इसी संदर्भ में कार्यकारी उपायुक्त महेंद्रपाल गुर्जर ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया है कि मामले को लेकर आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

हिन्दुस्थान समाचार/विकास/सुनील

Updated On 26 May 2023 8:21 PM GMT
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