खूंटी, 26 मई (हि.स.)। आरक्षण रोस्टर में खूंटी सहित राज्य के सात जिलों में पिछड़ी जाति को शून्य दर्शाए जाने पर इन सात जिलों में पिछड़ा वर्ग संघर्ष समिति की ओर से आहूत बंद शुक्रवार को जिला मुख्यालय खूंटी में असरदार रहा। बंद के इस आह्वान पर शहर के मुख्य पथ सहित कर्रा रोड, तोरपा रोड, पिपरा टोली, डीएवी रोड, मिश्रा टोली, आजाद रोड, बाजार टांड़ आदि क्षेत्रों की अधिकांश छोटी-बड़ी सभी दुकानें और अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान स्वत: स्फूर्त बंद रहे।

जिला मुख्यालय के अलावा जिला के मुरहू, तोरपा आदि प्रखंड मुख्यालयों में भी बंद का असर साफ नजर आया। इन प्रखंडों में भी शुक्रवार को अधिकांश दुकानें बंद रहे। पिछड़ा वर्ग संघर्ष समिति के जिला संयोजक जितेंद्र कश्यप ने बंदी को अभूतपूर्व बताते हुए बंद को समर्थन देने के लिए सभी व्यापारियों और वाहन संचालकों को आभार व्यक्त किया है।

खूंटी जिला के जिलास्तरीय नौकरी में पिछड़ा वर्ग के आरक्षण को शून्य कर दिए जाने को लेकर पिछड़ा वर्ग संघर्ष समिति का एक प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को उपायुक्त शशि रंजन से मिला और उन्हें राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया है कि खूंटी सिमडेगा गुमला पश्चिमी सिंहभूम दुमका और लातेहार जिला के जिला स्तरीय नौकरी में बीसी और ओबीसी का आरक्षण शून्य कर दिया गया है जबकि उक्त सभी जिलों में पिछड़े वर्ग के लोग काफी संख्या में निवास करते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/ अनिल/चंद्र प्रकाश

Updated On 26 May 2023 7:54 PM GMT
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