- राज्यपाल से मिले विमुक्त घुमक्कड़ एवं अर्द्ध घुमक्कड़ जनजातीय छात्र-छात्राएं

भोपाल, 26 मई (हि.स.)। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने युवाओं का आह्वान किया है कि ज्ञान की नई रोशनी के साथ समाज के विकास के संवाहक बनें। देश-समाज के विकास के भाव के साथ कार्य में ही जीवन की सार्थकता है। राज्यपाल पटेल शुक्रवार को राजभवन में संवेदना संस्थान के तत्वावधान में राजभवन भ्रमण के लिए आए विमुक्त घुमक्कड़ एवं अर्द्ध घुमक्कड़ जनजातीय छात्र-छात्राओं को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर राज्यपाल के प्रमुख सचिव डीपी आहूजा उपस्थित थे।

राज्यपाल ने कहा कि महात्मा बुद्ध ने ज्ञान को सबसे शक्तिशाली हथियार बताया था। जीवन की सभी तरह की चुनौतियों का सामना शिक्षा से ही हो सकता है। वर्तमान पीढ़ी सौभाग्यशाली है कि शिक्षा किसी धर्म, वर्ग के लिए सीमित नहीं रही। मेहनत, लगन, मजबूत इच्छाशक्ति से जीवन में बड़ी से बड़ी सफलता प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने गुजरात की नेत्र बाधित बालिका का उल्लेख किया जिसने टाइपराइटर से परीक्षा देकर 85 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति में क्षेत्रीय भाषाओं में शिक्षा का अवसर उपलब्ध कराया है ताकि गाँव का एक भी बच्चा शिक्षा से वंचित नहीं रहे। उन्होंने बच्चों को देश के लिए मर मिटने वाले शहीदों, महापुरुषों और शिक्षाप्रद किताबों को पढ़ने के लिए प्रेरित किया। बच्चों को राजभवन भ्रमण के संस्मरण भी लिखने के लिए भी कहा है।

प्रारंभ में राज्यपाल को खुशबू और उमेश कलावत ने तुलसी का पौधा भेंट किया। संस्था की सचिव दिव्या परमार ने संस्था की जानकारी देते हुए बताया कि भ्रमण कार्यक्रम में 4 जिलों के 14 ग्रामों के छात्र-छात्राएँ शामिल हैं। इंजीनियरिंग के तीसरे वर्ष के छात्र संजीव कलावत और कुमकुम कलावत ने संवेदना संस्था द्वारा किए गए सहयोग का उल्लेख किया। बताया कि राज्यपाल से मिलने के अवसर ने उनके आगे बढ़ाने के इरादों को मजबूत किया है। अनीता जयपुरिया ने स्वागत उद्बोधन दिया।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश

Updated On 26 May 2023 7:46 PM GMT
Agency Feed

Agency Feed

Next Story