समूह की महिलाएं योजना से आत्मनिर्भर होकर परिवार का कर रही आर्थिक सहयोग

धमतरी, 26 मई (हि.स.)। गोठान में स्व-सहायता समूह की महिलाएं सामाजिक एवं आर्थिक रूप से सशक्त होने की दिशा में अग्रसर है। गोधन न्याय योजना से उन्हें जहां वर्मी कंपोस्ट तैयार करने में रोजगार मिला है। वहीं गोबर के विक्रय से अतिरिक्त आमदनी भी हो रही है। इस योजना से मिलने वाली राशि का उपयोग महिलाएं अब अपने बच्चों की स्कूली पढ़ाई-लिखाई के साथ कई छोटी-मोटी जरूरतों को पूरी कर रही है। समूह की महिलाएं घर के पास रोजगार मिलने से काफी खुश है। सही मायने में कहा जाए तो योजना ने उनके जीवन में खुशियों के रंग भर दिए हैं।

जिला मुख्यालय धमतरी से 10 किलो मीटर दूर ग्राम अछोटा में आदर्श गोठान बनाया गया है। जहां महिला स्व-सहायता समूह आर्थिक गतिविधियों से जुड़ी है। महिलाएं यहां वस्त्र सिलाई यूनिट, हाथकरघा यूनिट, जैविक खाद, पशुपालन, मछली पालन के अलावा सब्जी उत्पादन का कार्य कर रही है। यहां गाेठान निर्माण से मई 2023 तक कुल 3018 क्विंटल गोबर खरीद हुई है। जहां प्रगति महिला स्व-सहायता समूह द्वारा अब तक 860 क्विंटल वर्मी कंपोस्ट उत्पादन किया गया, जिसमे से 687 क्विंटल वर्मी कंपोस्ट विक्रय किया गया। इससे समूह को लगभग दो लाख 24 हजार रुपये की आमदनी हुई। इसके अलावा आदर्श गोठान अछोटा में प्रगति महिला स्व सहायता समूह की महिलाएं मुर्गीपालन, केचुआ उत्पादन, सब्जी उत्पादन और मशरूम उत्पादन कर रही हैं। समूह की महिलाएं केंचुआ उत्पादन से पांच हजार एक सौ रुपये, मुर्गी पालन से 10 हजार 500, सब्जी उत्पादन से दो हजार पांच सौ और मशरूम उत्पादन से चार हजार 120 रुपये लाभ कमा चुकी है।

हिन्दुस्थान समाचार/ रोशन सिन्हा

Updated On 26 May 2023 7:42 PM GMT
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