हरिद्वार, 26 मई (हि.स.)। वरिष्ठ पत्रकार वेदप्रकाश चौहान ने राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु की मांग की है। इसके सम्बंध में पत्रकार ने राष्ट्रपति को एक पत्र भेजकर इच्छा मृत्यु की अनुमति मांगी है। इस पत्र की प्रतिलिपि प्रधानमंत्री, केन्द्रीय गृह सचिव, मुख्यमंत्री, प्रमुख गृह सचिव उत्तराखंड को भी प्रेषित की गई है।

वरिष्ठ पत्रकार वेदप्रकाश चौहान ने राष्ट्रपति को भेजे गये पत्र में कहा है कि वह 63 साल के सीनियर सिटीजन पत्रकार हैं, जोकि दलित समाज से आते हैं। उनकी बाईपास सर्जरी भी हुई है। पत्र में आरोप लगाते हुए कहा कि 06 अगस्त 2021 को कोतवाली नगर हरिद्वार में तैनात निरीक्षक अमरजीत, राजेश शाह, एसआई हेमलता, एसआई लक्ष्मी रमोला, एसआई मीना आर्य ने मिलकर उसके व उसके परिवार पर गम्भीर धाराओं में झूठा मुकदमा दर्ज कर पोक्सो में जेल भेज दिया था। कसूर मात्र अखबार में सच्चाई लिखना था। इस प्रकरण में न्याय दिलाने की मांग को लेकर केन्द्रीय गृह मंत्रालय से लेकर प्रधानमंत्री, मानवाधिकार आयोग, मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड, राज्यपाल उत्तराखंड से दो वर्षों से उक्त पुलिस अधिकारियों की बर्खास्तगी की मांग व सम्पत्ति की जांच कराने की मांग की जा चुकी है।

आरोप है कि पुलिस अधिकारियों ने न्यायालय को गुमराह करके उनके परिवार के खिलाफ तीन और मुकदमें दर्ज कर दिये हैं। एक पत्रकार होने की इतनी बड़ी सजा दी जा रही है। पीड़ित पत्रकार ने कहा है कि उत्तराखंड में उसको व उसके परिवार को न्याय मिलने की उम्मीद नहीं बची है। इसलिए उसको इच्छा मृत्यु की अनुमति देने की कृपा करें।

हिन्दुस्थान समाचार/ रजनीकांत/वीरेन्द्र

Updated On 26 May 2023 6:42 PM GMT
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