दुमका, 6 मई (हि.स.)। धनबाद का कुख्यात गैंगेस्टर प्रिंस खान पुलिस की जरा सी चूक की वजह से फर्जी पासपोर्ट के जरिए विदेश भाग गया। अगर पुलिस ने सही तरीके से पासपोर्ट का सत्यापन कर लिया होता तो शायद वह विदेश नहीं जा पाता। उक्त बातें कन्वेंशन सेंटर में पासपोर्ट पुलिस सत्यापन प्रक्रिया पर आधारित प्रमंडल स्तरीय कार्यशाला में क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय, रांची की अधिकारी मनिता कुमारी ने शनिवार को कही।

कार्यशाला का उद्देश्य बताते हुए मनिता ने कहा कि कोई भी पैन, आधार कार्ड हो या कोई अन्य पहचान पत्र बनाने के लिए पुलिस से पूछने की आवश्यकता नहीं होती है। पासपोर्ट ही एक ऐसा पहचान पत्र है, जिसमें पुलिस की भूमिका काफी अहम होती है। पुलिस के सत्यापन के आधार पर पासपोर्ट बनता है। थोड़ी सी लापरवाही से अगर कोई व्यक्ति देश छोड़कर बाहर चला जाए, तो इसके दो कारण हो सकते हैं। उस व्यक्ति पर कोई वारंट हो या उसकी छवि आपराधिक हो या बाहर जाकर देश के खिलाफ काम करने की संभावना हो। ऐसे लोगों को देश से बाहर जाने का कोई अधिकार ही नहीं बनता है। इसलिए पुलिस का सत्यापन काफी महत्वपूर्ण है।

डीआईजी सुदर्शन मंडल ने सभी पुलिस पदाधिकारियों से कहा कि पासपोर्ट का सत्यापन पूरी गहनता से करना है। हर कालम को देखकर नहीं, बल्कि जांच करने के बाद भरना है। कार्यशाला में पासपोर्ट कार्यालय के सुधीर कुमार, जगनारायण प्रसाद, दीपेंद्र कुमार, उमाशंकर दुबे सभी छह जिला के एसपी, पुलिस पदाधिकारी, थाना प्रभारी आदि मौजूद थे।

हिन्दुस्थान समाचार/ नीरज

Updated On 6 May 2023 9:37 PM GMT
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