श्रीकृष्ण जन्मभूमि मामले में साधु संतों ने की बैठक, जन्मभूमि मुक्ति के लिए पीएम से मिलेगा प्रतिनिधिमंडल

- प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री योगी को लिखा पत्र

मथुरा, 13 मार्च (हि.स.)। वृन्दावन के साधु-संतों ने रविवार को एक बैठक की, जिसमे श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास के बैनर तले सभी प्रमुख साधु संत शामिल हो मथुरा में भी मंदिर का निर्माण हो और श्रीकृष्ण कॉरिडोर के रूप में मथुरा को सजाया जाए की मांग करते हुए पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है।

वृंदावन के वंशी वट की नाभा पीठ सुदामा कुटी में रविवार को श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास की बैठक में संतों व धर्माचार्यों ने एकमत से भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि को मुक्ति दिलाने की मांग केंद्र व प्रदेश सरकार से की। संतों ने अदालत में श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति के लिए याचिका दायर करने वाले अधिवक्ता महेंद्र प्रताप सिंह का हर प्रकार के सहयोग का संकल्प लिया और जन्मस्थान मुक्ति के लिए संभव साथ देने का वादा भी किया।

बैठक में निर्णय लिया कि जल्द ही श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति के लिए एक प्रतिनिधि मंडल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेगा। बैठक में श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास द्वारा देश भर में जन जागरण के लिए चलाए जा रहे हस्ताक्षर अभियान में शामिल होकर सनातन धर्मियों से हस्ताक्षर करने की अपील की। ताकि देश दुनिया में श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति का शंखनाद हो सके।

संतों ने कहा भगवान श्री कृष्ण की जन्मभूमि पर विदेशी आक्रांताओं ने जो अतिक्रमण का कलंक लगाया है, वह अब दूर होना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में जिस तरह से अदालत में आस्था रखते हुए अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो रहा है और काशी में कॉरिडोर तैयार हुआ है। उसी तर्ज पर मथुरा में भी श्री कृष्ण जन्मभूमि कलंक से मुक्त हो और जन्मस्थान पर कॉरिडोर का निर्माण हो।

बैठक में संतों व धर्माचार्यों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उत्तर प्रदेश की प्रचंड जीत पर बधाई देते हुए पत्र लिखा। न्यास के अध्यक्ष अधिवक्ता महेंद्र प्रताप सिंह ने सभा में मौजूद हजारों लोगों को कृष्ण जन्म भूमि मुक्ति के लिए शपथ दिलाई।

जन्मभूमि पक्ष के अधिवक्ता महेंद्र प्रताप ने बताया कि वृंदावन में एक बैठक आयोजित की गई है, जिसका एक ही लक्ष्य है कि मथुरा में जो श्री कृष्ण जन्मभूमि है वह विधर्मियों के कब्जे से मुक्त हो और वहां भव्य और दिव्य मंदिर का निर्माण हो. इसे लेकर यह बैठक की गई। इसमें विशेष रूप से योगी जी और मोदी जी को पत्र लिखा गया है और उसमें विनम्रता के साथ अनुरोध किया गया है कि यहां भी एक भव्य मंदिर का निर्माण होना चाहिए. उनसे हम अनुरोध करते हैं।

बैठक में यह रहे मौजूद

नाभा पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी सुतीक्षण दास, महंत डॉ स्वामी आदित्यानंद, स्वामी देवानंद, संत गोविंदनंद तीर्थ, महामंडलेश्वर स्वामी चित्प्रकाशानंद, महामंडलेश्वर नवल योगी, आचार्य बद्रीश, सौरभ गौड़, आचार्य बद्रीश, महंत प्रदीपानंद दास, देवानंद पंडित, श्याम सुंदर ब्रजवासी, चंद्रशेखर शर्मा, आनंद बल्लभ गोस्वामी, महंत मोहिनी शरण, शिव शरण अवस्थी, कुंवर जितेंद्र सिंह, बाबा मन मोहन दास, अशोक प्रताप सिंह, प्रदीप बनर्जी, जगदीश आदि मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/महेश

Updated On 22 May 2023 2:09 PM GMT
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