प्रधानमंत्री चित्तौड़ और जोधपुर में करेंगे विभिन्न योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास : सीपी जोशी
जयपुर, 29 सितंबर (हि.स.)। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जयपुर में हुई ऐतिहासिक सभा के बाद अब राजस्थान के दो जिले चित्तौड़गढ़ और जोधपुर में प्रधानमंत्री विभिन्न योजनाओं और परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे। प्रधानमंत्री ने जिस किसी भी योजना का शिलान्यास किया, उसका उद्घाटन भी उन्होंने ही किया है। एक समय ऐसा भी था जब राजस्थान में शिलान्यास होते थे लेकिन उनका उद्घाटन करने में सालों लग जाते थे। जोशी भाजपा प्रदेश कार्यालय में नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ के साथ प्रेसवार्ता को संबोधित कर रहे थे।
जोशी ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस की निकम्मी, नाकारा सरकार ने प्रदेश के गौरवशाली, मान-मर्यादा वाले इतिहास को कलंकित किया है। प्रदेश में लगातार महिलाओं पर अत्याचार बढ़ते जा रहे है। कानून व्यवस्था लचर हो चुकी है। इसकी शुरुआत 2018 के बाद से हुई। राजस्थान के प्रत्येक कोने में चाहे एम्बुलेंस, स्कूल और यहां तक की न्याय मांगने जाने वाली पीड़िता से उसकी अस्मत की मांग की जाती है। अगर कई मामलों में भाजपा संगठन ओर जनता आंदोलन व धरना प्रदर्शन नहीं करती तो वह मामले भी दबे के दबे रह जाते।
नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि यह राजस्थान का दुर्भाग्य है कि जयपुर के जमवारामगढ़ में महिला का जला हुआ शव मिला। छबड़ा में नाबालिग का शव का मिलना, जयपुर में स्कूल जा रही 13 वर्षीय बच्ची का अपहरण, पाली में चार वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म, भरतपुर के कैथवाड़ा में थानाधिकारी के सरकारी क्वार्टर में महिला के साथ दुष्कर्म और सीकर के रामगढ़ में बच्ची से दुष्कर्म करने के बाद कुएं में फ़ेंकने की घटनाएं रोज हो रही हैं। जनता आंदोलन करती है लेकिन फिर भी पीड़िता को न्याय नहीं मिल पाता है। राठौड़ ने कहा कि बेटी बाजार का स्टिंग ऑपरेशन चल रहा है, इसको लेकर राजस्थान शर्मसार है। टोंक, सवाईमाधोपुर, बूंदी और भीलवाड़ा में बच्चियों और बहनों को वस्तुओं की तरह बेचा जा रहा है। सरकार कानून व्यवस्था के साथ साथ महिला सुरक्षा के मामले में पूरी तरह फेल हुई है। ये सरकार इसलिए दोषी है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किसी को भी पूर्णकालिक गृहमंत्री नहीं बनाया बल्कि खुद ही उस कुर्सी पर काबिज है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बयान दिया है कि अब तो राजस्थान में राष्ट्रपति का आना बाकी है,। ये हमारे संवैधानिक प्रमुख है। संवैधानिक प्रमुख पर इस तरीके की टीका टिप्पणी करना अनुचित व अशोभनीय है। क्या मुख्यमंत्री ऐसा वीजा सिस्टम लागू कर रहे हैं कि राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को आने के लिए वीजा लेना पड़े। कृषक परिवार का बेटा जब उपराष्ट्रपति के पद पर पहुंचता है तो प्रदेश का मान बढ़ता है।
राठौड़ ने कहा कि उप राष्ट्रपति मालपुरा जोबनेर में उस कृषक परिवार का सम्मान करने आए जिन्होंने अपनी 11 सौ बीघा भूमि को कृषि अनुसंधान के लिए दी, तेजाजी के निर्माण स्थल खरनाल आए, नाथूराम मिर्धा की मूर्ति का अनावरण करने आए, कोटा में छात्र छात्राओं से साक्षात्कार करने आए, धन्ना भगत के धर्म स्थल पर आए, तो इनसे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ऐतराज क्यों हुआ। मुख्यमंत्री ने न्यायपालिका पर भी अशोभनीय टिप्पणी की थी और बाद में अपना बयान वापिस ले लिया था। मुख्यमंत्री कांग्रेस प्रभारी रंधावा को किस हैसियत से कोटा में आयोजित सरकारी कार्यक्रम में लेकर गए। महंगाई राहत कैम्पों का उद्घाटन करवाना, गैर संसदीय काम करना मुख्यमंत्री की फितरत है। अगर मुख्यमंत्री गहलोत बयान वापिस नहीं लेंगे तो हम वैधानिक कार्रवाई करेंगे।
हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/संदीप