झालावाड़, 29 सितम्बर(हि.स.)। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.जी.एम.सैय्यद का कहना है कि हृदय रोगों के गंभीर मुद्दे पर ध्यान केंद्रित करने के लिए हर साल 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस मनाया जाता है। ज्ञान के आदान-प्रदान को बढ़ावा देने, सहयोग को बढ़ावा देने और उच्च रक्तचाप और एसटी एलिवेशन मायोकार्डियल इन्फ्रक्शन (एसटीईएमआई) और स्वास्थ्य पर इसके प्रभाव के बारे में जागरुकता बढ़ाने के लिए, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा विश्व हृदय दिवस मनाने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से एक वेबिनार का आयोजन किया गया।

वेबिनार का उद्घाटन शुक्रवार को सचिव स्वास्थ्य और परिवार कल्याण सुधांश पंत द्वारा किया। वेबिनार में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के एसीएस, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य, मिशन निदेशक (एनएचएम) और राज्य नोडल अधिकारी (एनपी-एनसीडी) अधिकारियों को वेबिनार में भाग लिया। साथ ही जिला स्तर से व पीएचसी, सीएचसी, डीएच के सभी चिकित्सा अधिकारियों ने भी पंजीकरण के माध्यम से वेबिनार में भाग लिया। वेबिनार में एसटीईएमआई और उच्च रक्तचाप पर जानकारी को बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.जी.एम.सैय्यद ने बताया कि दिल की बीमारी सबसे ज्यादा खराब खानपान और लाइफस्टाइल की वजह से होती है, इसलिए अपने दिल को हेल्दी और खुश रखना है तो पोषक तत्व खाएं क्योंकि आपका दिल खुश तो पूरा शरीर खुश रहेगा। दिल की बीमारी है तो वह आपके पूरे शरीर को बीमार कर देगा। आमजन से अपील है कि वे अपनी व अपने परिजनों को स्वास्थ जीवन शैली अपनाते हुये समय-समय पर अपने शरीर की जांच करवाते रहे।

हिंदुस्थान समाचार/बलबहादुर/संदीप

Updated On 29 Sep 2023 5:19 PM GMT
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