जयपुर, 19 सितंबर (हि.स.)। राजस्थान में मंगलवार को भी कुछ जिलों में बारिश का दौर जारी रहा। जोधपुर, अजमेर, जैसलमेर, बारां जिले में बारिश हुई। मध्य प्रदेश और राजस्थान में हुई भारी बारिश के बाद राजस्थान में चंबल, कालीसिंध, माही समेत कई नदियों का जलस्तर बढ़ गया। मध्य प्रदेश में गांधी सागर बांध से करीब तीन लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद चंबल उफान मारने लगी। इसके बाद कोटा बैराज बांध के 13 गेट खोलने पड़े थे। कोटा बैराज से मंगलवार दोपहर तक 13 गेट खोलकर 2.68 लाख क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही थी। पानी की आवक कम होने से 13 में से 12 गेट बंद कर दिए गए। अब मात्र एक गेट खोलकर 2500 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है।

वर्षाजनित हादसों में मंगलवार को उदयपुर में स्लैब धंसने से दो कारें नाले में गिर गईं। इस दौरान दोनों कारों में कोई सवार नहीं था। जवाहर सागर और राणा प्रताप सागर बांध से भी लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। कोटा बैराज से लगातार पानी छोड़े जाने के बाद निचले इलाके जहां पानी भरने की आशंका थी, उन्हें खाली करवाया गया। जवाई बांध के भी छह गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। बांसवाड़ा के माही बांध से भी लगातार पानी की निकासी जारी है। कालीसिंध, परवन, आहू नदियों में भी जलस्तर बढ़ने से यहां आसपास के गांवों में पानी भरने का खतरा बढ़ गया।

राजस्थान में पिछले 24 घंटे के दौरान बाड़मेर, जयपुर, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, सिरोही, जालोर, उदयपुर, पाली, राजसमंद और नागौर जिलों के कई इलाकों में एक से दो इंच तक बरसात हुई। लगातार बारिश के कारण बाड़मेर, जोधपुर, बीकानेर, जैसलमेर में दिन का तापमान 35 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे आ गया। जयपुर में भी सोमवार को दिन का अधिकतम तापमान 26.6 डिग्री सेल्सियस मापा गया। उदयपुर में लगातार हो रही बारिश ने नगर निगम की कार्यशैली की पोल खोल दी है। मंगलवार सुबह सवा आठ बजे अशोकनगर में नाले के ऊपर बना आरसीसी स्ट्रक्चर (स्लैप) गिर गया, जिससे दो कारें नाले में गिर गईं। दोनों कार नाले पर बने स्लैब पर खड़ी थीं।

जयपुर मौसम केन्द्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि दक्षिण-पूर्वी राजस्थान के ऊपर बना कम दबाव (लो-प्रेशर सिस्टम) का क्षेत्र अब कमजोर होकर परिसंचरण तंत्र (साइक्लोनिक सर्कुलेशन) में बदल गया है। ये वर्तमान में दक्षिणी राजस्थान के ऊपर एक्टिव है और पश्चिम की दिशा में आगे बढ़ रहा है। आज इस सिस्टम के असर से बाड़मेर, जालोर व जैसलमेर के कुछ भागों में भारी बारिश होने की संभावना है। निदेशक ने बताया कि 20 सितंबर से राज्य में भारी बारिश के दौर से राहत मिलने की संभावना है। शर्मा ने बताया कि राज्य के ऊपर बना परिसंचरण तंत्र दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान के ऊपर स्थित है। एक और नया परिसंचरण तंत्र बंगाल की खाड़ी में बना हुआ है। जोधपुर व बीकानेर संभाग के कुछ भागों में आज भी बादल छाए रहने तथा रुक-रुक कर हल्के से मध्यम बारिश जारी रहने की सम्भावना है। जोधपुर, बीकानेर संभाग के ज्यादातर इलाकों में 20 सितंबर से बारिश की गतिविधियों में कमी होगी। तत्पश्चात आगामी दिनों में केवल छिटपुट स्थानों पर हल्की मध्यम बारिश की संभावना है।

हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/ईश्वर

Updated On 20 Sep 2023 12:15 AM GMT
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