नई दिल्ली, 29 सितंबर (हि.स.)। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान शनिवार को बाबा साहेब डॉ बीआर अम्बेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र में भारतीय भाषा उत्सव और प्रौद्योगिकी और भारतीय भाषा शिखर सम्मेलन नामक दो दिवसीय शिखर सम्मेलन का शुभारंभ करेंगे। यह शिक्षा में भारतीय भाषाओं के तकनीकी रूप से समृद्ध भविष्य की दिशा तय करेगा।

मंत्रालय ने शुक्रवार को आधिकारिक बयान में कहा, शिखर सम्मेलन का उद्देश्य एनईपी-2020 के दृष्टिकोण के अनुरूप वर्तमान शिक्षा पारिस्थितिकी तंत्र से भारतीय भाषाओं में निहित एक सहज संक्रमण की सुविधा प्रदान करना है।

शिखर सम्मेलन के दौरान भारतीय भाषाओं के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाना, ऑपरेटिंग सिस्टम और सॉफ्टवेयर स्थानीयकरण, खोज इंजन स्थानीयकरण जैसे एजेंडे पर मुख्य चर्चा होगी।

आईआईआईटी-डीएम, कांचीपुरम के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष और ज़ोहो कॉर्पोरेशन के सीईओ श्रीधर वेम्बू मुख्य भाषण देंगे। इस कार्यक्रम में प्रतिष्ठित गण्यमान्य व्यक्ति, शिक्षाविद्, प्रौद्योगिकी और भाषा विशेषज्ञ और शिक्षा मंत्रालय के अधिकारी उपस्थित रहेंगे।

केंद्र सरकार ने प्रसिद्ध तमिल कवि और स्वतंत्रता सेनानी महाकवि चिन्नास्वामी सुब्रमण्यम भारती के जन्मदिन (11 दिसंबर) को भारतीय भाषा दिवस के रूप में मनाने का प्रस्ताव दिया है। भारतीय भाषा उत्सव 28 सितंबर से 11 दिसंबर तक आयोजित किया जाएगा।

शिखर सम्मेलन में भारतीय भाषाओं के लिए प्रौद्योगिकी, भारतीय भाषाओं में प्रौद्योगिकी और भारतीय भाषाओं के माध्यम से प्रौद्योगिकी सहित तीन विषयों पर सत्र होंगे। ये विषय भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देने में प्रौद्योगिकी के एकीकरण पर जोर देंगे, जिसमें शिक्षण, प्रशिक्षण, परीक्षा और शैक्षिक सामग्री के अनुवाद में इसकी भूमिका भी शामिल है।

भारतीय भाषा प्रौद्योगिकी उत्पादों, उद्योगों, सरकारी संगठनों और स्टार्ट-अप द्वारा इसके अनुप्रयोगों को प्रदर्शित करने के लिए एक सार्वजनिक मंडप भी स्थापित किया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार/ सुशील/दधिबल

Updated On 29 Sep 2023 6:16 PM GMT
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