- प्रशासन ने आवास बनाकर दिया था, अब वन विभाग ने भेजा कब्जा हटाने का नोटिस

मीरजापुर, 29 सितंबर (हि.स.)। ऑस्कर अवार्ड विजेता फिल्म स्माइल पिंकी की मुख्य किरदार पिंकी का परिवार संकट में है। बच्चों के कटे होठ को लेकर उनके जीवन पर आधारित डाक्यूमेंट्री फिल्म स्माइल पिंकी की मुख्य किरदार पिंकी के मीरजापुर जिले के ग्राम रामपुर ढबही में वन विभाग का नोटिस पहुंचने से हलचल मच गई। पिंकी के पिता राजेंद्र सोनकर सहित 28 लोगों को कब्जा हटाने का नोटिस दिया गया है।

वन विभाग ने जिस मकान से बेदखली का नोटिस भेजा है उस मकान को डाक्यूमेंट्री फिल्म स्माइल पिंकी के ऑस्कर अवार्ड जीतने के बाद पिंकी के परिवार को जिला प्रशासन ने ही बनवाकर दिया था। इसके साथ ही कई वादे भी किए थे। दरअसल, स्माइल पिंकी फिल्म को 2009 में आस्कर अवार्ड मिला था। उसी समय से रामपुर ढबही गांव की पिंकी शोहरत की बुलंदी पर पहुंच गई। इसके बाद पिंकी 2013 में ब्रिटेन में आयोजित विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबले के लिए सिक्का उछाल कर टास कराने पहुंची थीं। इस प्रसिद्धि के बावजूद पिंकी का परिवार गुमनामी के अंधेरे में जीवन गुजर-बसर करने को मजबूर है।

वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि रामपुर ढबही गांव में गाटा संख्या 966 वन भूमि है। इस पर 28 लोगों ने अतिक्रमण किया है। इसे खाली कराने के लिए नोटिस दिया गया है। स्माइल पिंकी के पिता राजेंद्र सोनकर ने बताया कि 25 वर्षों से अधिक समय से वह वहीं पर रह रहे हैं। अब उनसे उनका घर खाली कराने के लिए कहा जा रहा है। घर से बेदखल होने पर उन्हें रहने के लिए कोई घर नहीं है। डीएफओ अरविंद राज मिश्रा ने बताया कि वन विभाग की भूमि पर घर बनाने को लेकर नोटिस दिया गया है। 28 परिवारों से बेदखली का जवाब मांगा गया है। इसके बाद ही कार्रवाई की जाएगी।

वन विभाग द्वारा नोटिस जारी किए जाने की जानकारी मिलते ही अहरौरा के सपा के नगर अध्यक्ष मुमताज अहमद के नेतृत्व में पार्टी का प्रतिनिधिमंडल स्माइल पिंकी के घर पहुंच आश्वासन दिया कि जिलाधिकारी से मिलकर किसी को बेदखल नहीं होने दिया जाएगा। मुमताज अहमद ने कहा कि पिंकी ने देश का नाम रोशन किया है। उसके लिए उच्चाधिकारियों से वार्ता की जाएगी।

स्माइल पिंकी पर बनी डाक्यूमेंट्री को आस्कर पुरस्कार मिलने पर प्रशासन ने खुद मदद करके मकान बनवाया था। पढ़ाई से लेकर कई वादे किए गए थे। कुछ दिनों बाद सभी लोगों ने हाथ पीछे खींच लिया। अब वन विभाग ने बेदखली को लेकर नोटिस जारी किया है। मजे की बात यह है कि कई लोगों ने सरकारी आवास भी बना रखा है। नोटिस जारी होने के बाद सभी ने जिलाधिकारी कार्यालय पर पत्र सौंप न्याय की गुहार लगाई।

अहरौरा के रामपुर ढबही निवासी पिंकी सोनकर का जन्म के बाद से ही होठ कटा हुआ था। वर्ष 2008 में फिल्म निर्माता मेगन माइलन ने कटे होंठ के बच्चों के जीवन पर आधारित 39 मिनट की डाक्यूमेंट्री स्माइल पिंकी बनाई थी। 2009 में इस डाक्यूमेंट्री को आस्कर पुरस्कार मिला था। हिंदी और भोजपुरी में इस फिल्म को बनाया गया था। डाक्यूमेंट्री के माध्यम से कटे होठ वालों के सामाजिक तिरस्कार के बारे में दिखाया गया था। ऑस्कर पुरस्कार जीतने के बाद स्माइल पिंकी को लेकर वादों को अंबार लगा, लेकिन हकीकत में कुछ नहीं हुआ। भेड़ और बकरियों में जीवन बिताने वाली पिंकी के पिता राजेन्द्र सोनकर ने बताया, उस समय हमें पता नहीं था कि मेरी जमीन और वन विभाग की जमीन कहां से है। जब बन रहा था तो कोई नहीं रोका और अब परेशान कर रहे हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/पवन

Updated On 29 Sep 2023 4:26 PM GMT
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