राजगढ़, 19 सितम्बर (हि.स.)। ग्रेड-पे, पदोन्नति, समयमान वेतनमान, भत्तों में बढ़ोत्तरी और आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने हेतु जैसी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर 22 दिनों से पटवारी संघ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है, शासन द्वारा कोई सुनवाई नही होने पर मंगलवार 19 सितम्बर से ब्यावरा पटवारी संघ ने क्रमिक भूख हड़ताल शुरु कर दी है। पिछले 22 दिनों से जारी अनिश्चितकालीन हड़ताल के दौरान पटवारी संघ द्वारा सुंदरकांड सहित अन्य धार्मिक गतिविधियां की गई साथ ही कांग्रेस पार्टी के जनप्रतिनिधि सहित अन्य ने धरनास्थन पर पहुंचकर समर्थन किया है।

संघ का कहना है कि 1994 में मुख्यमंत्री द्वारा मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया था, लेकिन आजतक कोई भी मांग पूर्ण नही की गई है। शासन की अनदेखी पूर्ण रवैए के चलते प्रदेश पटवारी संघ ने पांच दिवसीय सामूहिक अवकाश के बाद 28 सितम्बर से पूर्णतःअनिश्चितकालीन हड़ताल शुरु की। इस पर भी शासन द्वारा कोई आश्वासन नही दिया गया है, जिसके चलते क्रमिक भूख हड़ताल शुरु की गई है। पटवारी संघ की हड़ताल से राजस्व संबंधी कई काम प्रभावित हो रहे है। संघ का कहना है कि 2002 में पटवारी का ग्रेड-पे 2100 रुपए था, जो वर्तमान में भी 2100 रुपए ही है, जबकि तहसीलदार, नायबतहसीलदार, राजस्व निरीक्षक के वेतनमान में समय-समय पर वृद्वि की गई है। वहीं अन्य राज्य जैसे पंजाब, जम्मू कश्मीर, हिमाचलप्रदेश में पटवारियों का ग्रेड-पे 3200 रुपए है। पटवारी संघ का कहना है कि शासन जब तक मांगें पूरी करने के संबंध में काई आश्वसान नही देता है तब तक हड़ताल अनवरत रुप से जारी रहेगी। क्रमिक भूख हड़ताल पर ब्यावरा तहसील अध्यक्ष राधेश्याम अहिरवार, रवि शर्मा, शैलेन्द्र सक्सेना, अतुल सक्सेना,नवीन शुक्ला, प्रवीण शुक्ला, संदीप सक्सेना, दिलीप शर्मा, नारायणप्रसाद मंडोलिया, देवीसिंह भिलाला, सुठालिया तहसील के श्रीकांत कुशवाह, मांगीलाल भिलाला, जगदीश भिलाला, उपेन्द्र नागर, दिनेश दांगी बैठे है।

हिन्दुस्थान समाचार/ मनोज पाठक

Updated On 20 Sep 2023 12:14 AM GMT
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