- अमेरिका के बाद ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन ने भी कनाडा के आरोपों पर चिंता जताई

ओट्टावा, 19 सितंबर (हि.स.)। खालिस्तानी आतंकी की कनाडा में हुई हत्या को लेकर भारत के साथ हुए राजनयिक गतिरोध को लेकर कनाडा जी-7 सहयोगियों तक पहुंच गया है। भारत पर कनाडा के आरोपों को लेकर अमेरिका के बाद अब ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन ने भी चिंता जताई है।

भारत में वांछित खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की इसी साल 18 जून को कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया में एक गुरुद्वारे के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अब कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के निज्जर की हत्या के पीछे भारत सरकार का हाथ बताने के बाद भारत व कनाडा के बीच तनाव बढ़ गया है। पहले कनाडा सरकार ने भारत के राजनयिक पवन कुमार राय को निष्कासित किया और ट्रूडो ने कहा कि कनाडा की ज़मीन पर कनाडाई नागरिक की हत्या के पीछे विदेशी सरकार का होना अस्वीकार्य है। ये कनाडा की संप्रभुता का उल्लंघन है।

इसके बाद जवाबी कार्रवाई में भारत ने भी दिल्ली स्थित कनाडाई उच्चायोग से एक वरिष्ठ राजनयिक को निष्कासित करके पांच दिन के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया है। ट्रूडो के बयान को ख़ारिज करते हुए भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि यह फ़ैसला भारत के आंतरिक मामलों में कनाडाई राजनयिकों के हस्तक्षेप और भारत विरोधी गतिविधियों में उनकी भागीदारी पर भारत सरकार की बढ़ती चिंता को दर्शाता है।

भारत और कनाडा के इस राजनयिक गतिरोध को लेकर कनाडा ने अपने जी-7 सहयोगियों से गुहार लगाई है। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रां और ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से बात कर घटनाक्रम की जानकारी दी है। भारत और कनाडा के बीच इस तनाव पर अमेरिका ने कहा है कि वह कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के भारत पर आरोपों से 'बेहद चिंतित' है।

अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने कहा कि अमेरिकी अधिकारी कनाडा के अपने सहयोगियों के साथ नियमित संपर्क में रहते हैं। यह जरूरी है कि कनाडा जांच करे और अपराधियों को न्याय के कठघरे में खड़ा करे। ब्रिटेन ने भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। ब्रिटिश सरकार के प्रवक्ता ने कहा है कि कनाडा ने भारत पर गंभीर आरोप लगाए हैं कि ‘सिख अलगाववादी नेता’ की हत्या में भारत सरकार की संलिप्तता थी। ब्रिटेन इस आरोप को लेकर अपने कनाडाई सहयोगियों के साथ निकटता से संपर्क में है।

ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री पेनी वोंग के प्रवक्ता ने कहा कि कैनबरा की चिंताओं से भारत को अवगत करा दिया गया है। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया इन आरोपों से बेहद चिंतित है और इस मामले में चल रही जांच पर ध्यान दे रहा है। ऑस्ट्रेलिया का मानना है कि सभी देशों को संप्रभुता और कानून के शासन का सम्मान करना चाहिए। बयान में आगे कहा गया है कि हम समझते हैं कि इस तरह की रिपोर्ट्स बहुत से ऑस्ट्रेलियाई समुदायों से जुड़ी हुई हैं। ऑस्ट्रेलिया में भारतीय समुदाय हमारे बहुरंगी, बहुसांस्कृतिक समाज में अहम योगदान दे रहा है।

हिन्दुस्थान समाचार/संजीव/सुनीत

Updated On 20 Sep 2023 12:01 AM GMT
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