बाकू, 26 सितंबर (हि.स.)। अजरबैजान और आर्मीनिया के बीच विवाद एक बार फिर जानलेवा साबित हो रहा है। आर्मीनियाई लोगों द्वारा नियंत्रित अजरबैजान के नागोरनो-काराबाख इलाके के एक तिल डिपो में हुए भीषण विस्फोट से बीस लोगों की मौत हो गयी। सैकड़ों लोग घायल हैं। आर्मीनिया ने इस घटना को जातीय संहार करार दिया है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अजरबैजान का इलाका माना जाने वाला नागोरनो-काराबाख एक पहाड़ी इलाका है। बीते तीन दशकों से यह इलाका आर्मीनियाई लोगों के कब्जे में है। पिछले सप्ताह अजरबैजान की सेना ने यहां विशेष अभियान चलाया था, जिसमें दो सौ से अधिक आर्मीनियाई नागरिकों की मौत हो गयी थी। इसी क्षेत्र के स्टेपानाकेर्ट शहर में एक तेल डिपो में तेज धमाके ने कम से कम बीस लोगों की जान ले ली। हादसे में सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। तीन सौ से अधिक घायल अस्पताल पहुंचाए जा चुके हैं। इनमें से कई की हालत गंभीर है। ऐसे में मृतकों की संख्या बढ़ने की उम्मीद जताई गई है।

अभी तक विस्फोट के कारणों का पता नहीं चला है किन्तु आर्मीनिया ने इस धमाके को जातीय संहार करार दिया है। आर्मीनिया के प्रधानमंत्री निकोल पेशिनयान ने कहा है कि इलाके में जातीय संहार किया जा रहा है। अजरबैजान ने कहा है कि वह आर्मीनिया के पारंपरिक नागरिकों आर्मेनियन्स को अपने साथ जोड़ना चाहता है और सभी को समान मानता है। पहले अजरबैजान सेना के विशेष अभियान और फिर तेल डिपो में विस्फोट के बाद अब नागोरनो-काराबाख इलाके से आर्मीनियाई लोगों ने पलायन शुरू कर दिया है।

हिन्दुस्थान समाचार/संजीव/पवन

Updated On 26 Sep 2023 2:53 PM GMT
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