धर्मशाला, 27 सितम्बर (हि.स.)। कांगड़ा जिला के प्रमुख शक्ति पीठों को प्लास्टिक मुक्त बनाया जाएगा। इस के लिए प्रारंभिक तौर पर चामुंडा मंदिर में प्राकृतिक वस्तुओं, फूलों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए विश्व पर्यावरण स्वास्थ्य दिवस से लेकर नवरात्रों तक विशेष जागरूकता अभियान आरंभ किया गया है।

उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने देते हुए बताया कि चामुंडा मंदिर में पहले नवरात्र 15 अक्तूबर को प्राकृतिक फूलों की बिक्री के लिए कैनोपी युक्त विक्रय केंद्र की भी शुरूआत की जाएगी ताकि श्रद्धालुओं को प्राकृतिक फूलों के उपयोग के लिए प्रेरित किया जा सके। उन्होंने कहा कि इसके लिए मंदिर परिसर में गेंदे के फूल की नर्सरी लगाने की शुरुआत भी गई है।

उपायुक्त ने कहा कि श्री चामुंडा माता मंदिर से शुरु किए गए प्लास्टिक मुक्त मंदिर परिसर अभियान के तहत मंदिरों में रखे प्लास्टिक फूलों को असली फूलों से बदला जाएगा। उन्होंने कहा कि श्री चामुंडा मंदिर से शुरु किए गए इस प्रोजेक्ट को क्रमवार जिले के सभी बड़े मंदिरों में लागू किया जाएगा।

फूलों को एकत्रित कर धूप, गुलाल सहित विभिन्न उत्पाद भी किए जाऐंगे तैयार

जिला प्रशासन के इस अभियान से पर्यावरण संरक्षण के साथ ही स्वरोजगार के भी अवसर मिलेंगे। इस दिशा में आस्था के केंद्र मंदिरों से शुरूआत की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक फूलों के उपयोग से एक ओर जहां पर्यावरण संरक्षण मंे मदद मिलेगी वहीं फूलों की खेती से स्थानीय लोगों को स्वरोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे। मंदिर में उपयोग किए जाने वाले फूलों को एकत्रित कर धूप, गुलाल सहित विभिन्न उत्पाद भी तैयार किए जाएंगे इसमें भी युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि आईएचबीटी पालमपुर के साथ भी इस दिशा में कार्य योजना तैयार की जा रही है।

हिन्दुस्थान समाचार/सतेंद्र/सुनील

Updated On 28 Sep 2023 12:21 AM GMT
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