हमीरपुर, 26 सितंबर (हि. स.)। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के अंतर्गत आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला ताल वह डिवीजन टिक्कर में बिहेवियर चेंज ऑफ वॉइस टुवर्ड्स गर्ल्स विषय पर कार्यशाला का आयोजन बाल विकास परियोजना भोरंज के सौजन्य से किया गया।

मनोवैज्ञानि शीतल वर्मा मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रही। उन्होंने कहा कि आज की आधुनिक समय में भी लड़कियों और महिलाओं के प्रति गंभीर अपराधों का ग्राफ दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है। महिलाओं को घरेलू हिंसा ,लैंगिक असमानता , बलात्कार व छेड़छाड़ की घटनाओं का प्रतिदिन सामना करना पड़ता है जिससे महिलाओं को मनोवैज्ञानिक और शारीरिक दोनों रूप से जूझना पड़ता है। इसका मुख्य कारण समाज का पुरुष प्रधान मानसिकता का होना है जब तक पुरुष प्रधान मानसिकता में बदलाव नहीं होता और समाज में सम्मान लैंगिकता का व्यवहार का वातावरण नहीं बनता तब तक लडकियों व महिलाओं के साथ ऐसी गंभीर अपराध होते रहेंगे ।

परिवार व समाज में व्यापक रूढ़िवादी सोच ने भी महिलाओं के लिए आगे बढने मे कठिनाई पेश की है। आज महिला चाहे हर क्षेत्र में अपना नाम कमा रही है लेकिन घर परिवार में उसे कई बार असमानता का सामना करना पड़ता है।

बाल विकास योजना अधिकारी जीतराम चौधरी भी ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम पर विस्तृत जानकारी दी और किस प्रकार हम लैंगिक असमानता को दूर कर सकते हैं पर अपने विचार रखें। उन्होंने कहा कि वर्तमान में पास किया गया महिला आरक्षण बिल भी इसी तरफ बढ़ता हुआ कदम है।

हिन्दुस्थान समाचार/विशाल/सुनील

Updated On 26 Sep 2023 5:00 PM GMT
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