हिसार, 29 सितम्बर (हि.स.)। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के इंदिरा चक्रवर्ती सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय में मोटे अनाज के उपयोग विषय पर शुक्रवार को प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें इस महाविद्यालय की अधिष्ठाता डॉ. मंजू मेहता मुख्य अतिथि रहीं। प्रतियोगिता के दौरान मोड्यूल-1 और सर्टीफिकेट कोर्स वाले विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर भाग लेकर मोटे अनाज से विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाए।

मुख्य अतिथि डॉ. मंजू मेहता ने उपस्थित विद्यार्थियों को दैनिक आहार में मोटे अनाज से बने व्यंजनों को थाली में शामिल करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि मोटे अनाज में मैग्नीशियम, कैल्शियम, फाइबर, प्रोटीन सहित अन्य पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा होती है, जो कि हमारे शरीर के लिए बहुत लाभदायक हैं। उन्होंने कहा कि खासतौर पर जो लोग शाकाहारी हैं, उनके लिए मोटा अनाज प्रोटीन युक्त आहार है, जिसे हम अलग-अलग तरह से व्यंजन बनाकर अपने आहार में शामिल कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मोटे अनाज के सेवन से मधुमेह, रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल व वजन कम होता है।

खाद्य एवं पोषण विभाग की प्रभारी डॉ. संगीता चहल ने बताया कि कार्यक्रम में मोटे अनाज के उपयोग विषय पर एक प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। इसमें प्रथम स्थान पर उषा काजला रही, जिन्होंने बाजरा की खिचड़ी व राबड़ी बनाई। दूसरे स्थान पर रही सीमा सोमवत ने कुट्टू के आटे के पैन केक बनाए व तीसरा स्थान पाने वाली नेहा शर्मा ने रागी व ज्वार के आटे से मेथी बड़ा बनाए।

हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/सुमन/संजीव

Updated On 29 Sep 2023 6:08 PM GMT
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