कैथल: बारिश में मकान की छत, वेयरहाउस की दीवार गिरी

खेतों में पानी भरा, धान की फसल तैयार खड़ी फसल को नुकसान
कैथल, 19 सितंबर (हि.स.)। सोमवार में मंगलवार को हुई बरसात से धान की तैयार खड़ी फसल को नुकसान पहुंचा है। तेज बरसात के कारण जहां एक मकान की छत गिर गई वहीं बिजली गिरने के कारण जींद रोड पर वेयरहाउस के गोदाम की दीवार गिर गई। बरसात के कारण धान के खेतों में पानी भर गया और मंडियों में बिकने के लिए पहुंची किसानों की धान पानी में बह गई। बरसात के कारण गांव नरड़ मैं एक मकान की छत गिर गई। छत गिरने से परिवार बाल बाल बच गया।
मकान मालिक शमशेर ने बताया कि दो दिन से लगातार बारिश हो रही है। वह परिवार के साथ घर में सोया हुआ था। अचानक मकान की छत टूट कर नीचे गिर गई है और परिवार बाल बाल बच गया। किसान नसीब रमेश व कृष्ण ने बताया कि इस बार पहले ही बिजाई के समय किसानों को बरसात ने परेशान करके रखा और धान की रोपाई कम रकबे में हो सकी। सतपाल, कृष्ण कुमार ने बताया कि इस वर्ष किसानों पर प्रकृति की भारी मार पड़ी है। उन्होंने बताया कि धान की रोपाई के समय बाढ़ के कारण किसान फसल की रोपाई नहीं कर सके थे।किसानों ने सरकार से मांग की है कि नुकसान की गिरदावरी करवाकर मुआवजा प्रदान किया जाए, ताकि उनके नुकसान की भरपाई हो सके।
बिजली गिरने से वेयरहाउस की दीवार गिरी
रविवार को बरसात के दौरान जींद रोड पर बने वेयर हाउस के गोदाम की चार दिवारी पर अचानक बिजली गिर गई बिजली गिरने से गोदाम की दीवार गिर गई। बिजली गिरने के कारण गोदाम की लगभग 200 फुट लंबी व 5 फीट ऊंची दीवार को भारी नुकसान पहुंचा। मंगलवार को हुई बरसात के कारण का बचा हिस्सा भी गिर गया।
दीवार गिरने के कारण गोदाम में पानी भर गया और आवारा पशुओं के कारण नुकसान हो रहा है। खेतों की तरफ गिरी दीवार के कारण बरसात का पानी किसी भी समय वेयरहाउस में जमा हो सकता है। वेयरहाउस की मैनेजर दीक्षा गर्ग ने बताया कि बिजली गिरने से वेयरहाउस की काफी दीवार गिर गई है।
वेयरहाउस की दीवार का बीमा है। उन्होंने दीवार गिरने के क्लेम के लिए बीमा कंपनी को लिखा है। बीमा कंपनी से क्लेम मिलने के बाद ही दीवार को बनवाया जा सकेगा। बीमा कंपनी के सर्वेयर जल्द ही मौके का मुआयना करेंगे।
धान की खड़ी व पड़ी फसल फसल को भारी नुकसान
कैथल में एक लाख 55 हजार हेक्टेयर में धान की फसल की रोपाई हुई थी। बरसात के कारण पानी भरने से धान की खड़ी फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। सबसे अधिक नुकसान 1509 किस्म को हुआ है, क्योंकि यह हरवेस्टिंग के लिए बिल्कुल तैयार खड़ी थी। कृषि उपनिदेशक महावीर सिंह ने बताया कि काटने के लिए प्यार खड़ी फसल को बरसात के कारण नुकसान हुआ है बरसात के बाद हवाएं चलने पर दो धान की फसल गिर गई थी। उसमें सबसे अधिक नुकसान हुआ है। किसानों को यही सलाह दी जाती है कि धान की फसल से किसी भी तरह पानी की निकासी करें। पानी के कारण धान की फसल गिरने ना पाए। इस समय बस एक यही उपाय है।
मंगलवार को कैथल में 25 एमएम बरसात
आपदा एवं प्रबंधन विभाग के सदर कानूनगो जितेंद्र कुमार ने बताया कि मंगलवार को सुबह 8बजे तक कैथल में 25 एमएम, गुहला में 18 एमएम, पू़ंडरी में 23एमएम, सीवन में 22 एमएम बरसात दर्ज की गई है। कलायत और राजौंद के साथ ढांड में भी बरसात नहीं हुई है।
हिन्दुस्थान समाचार/ नरेश
