अहमदाबाद, 29 सितंबर (हि.स.)। अहमदाबाद खोखरा हाटकेश्वर ब्रिज मामले में महानगर पालिका आयुक्त एम थेन्नारसन का बयान सामने आया है। ब्रिज निर्माण में भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे इस ब्रिज को अब तोड़ दिया जाएगा। एक सप्ताह के अंदर इसकी टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी। मनपा आयुक्त ने सामान्य सभा में इस संबंध में स्पष्टता की है। आयुक्त के अनुसार न्यायिक प्रक्रिया होने की वजह से टेंडर प्रक्रिया शुरू करने में देरी हुई है।

अहमदाबाद का हाटकेश्वर ब्रिज नवंबर, 2017 में अपने लोकार्पण के बाद जून-2022 से बंद है। विपक्ष ने ब्रिज में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था जिसके बाद चार-पांच एजेंसियों ने इसकी गुणवत्ता की जांच में कमी पाई। बाद में आईआईटी रूड़की रिपोर्ट में भी इसे खतरनाक बताया गया। इस रिपोर्ट के आधार पर अप्रैल 2023 में मनपा आयुक्त एम थेन्नारसन ने इसे तोड़ने का निर्णय किया था। इतना ही नहीं अहमदाबाद महानगर पालिका ने फ्लाईओवर ब्रिज को तोड़ने के साथ चार मौजूदा इंजीनियरों को निलंबित किया गया था। मनपा ने 4 अन्य जो सेवानिवृत हो चुके कर्मचारियों के खिलाफ जांच शुरू की थी। रिपोर्ट में सामने आया था कि फ्लाईओवर ब्रिज की मजबूती काफी कम है। इस पर से ट्रैफिक गुजरने पर हादसा हो सकता है। रिपोर्ट में ब्रिज के सुपर स्ट्रक्चर के ओबलिगेटरी स्पान तोड़ने और ब्रिज के 6 स्पैन को तोड़ने की सिफारिश की गई थी। इसके बाद मनपा ने ब्रिज के सुपर स्ट्रक्चर को तोड़ने का निर्णय किया गया था। हाटकेश्वर ब्रिज केस में ठेकेदार फर्म अजय इंजीनियरिंग के निदेशक समेत 10 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र पेश किया गया था। आरोप पत्र में 65 से अधिक साक्षियों के बयान और कई दस्तावेजी सबूत पेश किए गए थे। वहीं 12 आरोपितों को फरार बताया गया था। साथ ही हाटकेश्वर ब्रिज बनाने वाली कंपनी को 10 साल के लिए ब्लैक लिस्ट किया गया है।

हिन्दुस्थान समाचार / बिनोद/प्रभात

Updated On 29 Sep 2023 9:12 PM GMT
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