नई दिल्ली, 19 सितंबर (हि.स.)। उत्तर-पूर्वी दिल्ली के नंद नगरी इलाके में चलते ई-रिक्शा में धमाके के बाद आग लगने के मामले में एक और मौत हो गई है। हादसे के बाद से एम्स ट्रामा सेंटर में भर्ती पुष्पराज (46) ने मंगलवार को दम तोड़ दिया। हादसे में इसकी पत्नी ओमी देवी की पहले ही मौत हो गई थी। दुर्घटना में मरने वालों की संख्या अब दो गई है।

अस्पताल में गौरव नामक युवक का अभी भी इलाज जारी है। हादसे में वह 40 फीसदी झुलस गया था। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि हादसा ई-रिक्शा की बैटरी फटने की वजह से हुआ। नंद नगरी थाना पुलिस ने इस संबंध में केस दर्ज कर जांच शुरू की। बाद में ई-रिक्शा चालक रतन लाल (52) को मंडोली, हर्ष विहार से गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस के मुताबिक ओमी देवी और पुष्पराज अपने परिवार के साथ गली नंबर-13, प्रताप नगर, मंडोली, हर्ष विहार में रहते थे। पुष्पराज का कुरियर का काम था। बुधवार को दंपती ने गंगा स्नान की योजना बनाई थी। गुरुवार तड़के करीब साढ़े चार बजे दोनों घर से गढ़ गंगा जाने के लिए निकल गए।

मंडोली चुंगी से दोनों शाहदरा जाने के लिए एक ई-रिक्शा में सवार हुए। उसमें पहले से सबोली निवासी गौरव बैठा हुआ था। पीछे तीन सवारी और आगे चालक समेत चार लोग ई-रिक्शा में मौजूद थे। पुलिस को दिए बयान में गौरव ने बताया कि ई-रिक्शा से कुछ जलने की दुर्गंध आ रही थी। गौरव ने चालक को ध्यान भी दिलाने की कोशिश की, लेकिन उसने अनदेखा कर दिया।

इस बीच ई-रिक्शा नंद नगरी ईएसआई डिस्पेंसरी के पास पहुंचा तो अचानक उसकी बैटरी में धमाका हुआ और उसमें आग लग गई। धमाका होते ही चालक मौके पर ई-रिक्शा छोड़कर फरार हो गया। राहगीरों ने मामले की सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने झुलसे हुए ओमी देवी, पुष्पराज और गौरव को जीटीबी अस्पताल पहुंचाया। इलाज के दौरान ओमी देवी ने दम तोड़ दिया।

हिन्दुस्थान समाचार / अश्वनी/प्रभात

Updated On 19 Sep 2023 11:59 PM GMT
Agency Feed

Agency Feed

Next Story