कानपुर (कान्हापुर), 27 मई (हि.स.)। मूलगंज थाना क्षेत्र में शुक्रवार देर रात को जमानत पर जेल से छूटे शातिर अपराधी को गोली मार दी गई। शनिवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई है। पुलिस मुकदमा दर्ज कर हत्यारोपितों की तलाश में जुट गई है।

सहायक पुलिस उपायुक्त मृगांक शेखर पाठक ने शनिवार को बताया कि नवाब इब्राहिम का हाता अस्पताल रोड परेड निवासी मोहम्मद सैफ उर्फ जबर (37) हिस्ट्रीशीटर था। वह जुआ, सट्टा,मर्डर और मादक पदार्थ की तस्करी समेत अन्य मामलों में जेल में बंद था। वह दस दिन पूर्व जमानत पर जेल से रिहा हुआ था। शुक्रवार देर रात सैफ को उसके दोस्त सलमान काला ने फोन कर मिलने के लिए बुलाया था। फैजान इंटर कॉलेज के पास सैफ पहुंचा तो वहां सलमान काला और उसके साथ आतिफ इलाही समेत अन्य लोग पहले से मौजूद थे। उसके पहुंचते ही उससे विवाद करने लगे और इस दौरान किसी ने असलहा निकाला और उसे गोली मारकर फरार हो गए। सैफ गोली लगते ही जमीन पर गिर गया। आस-पास के लोगों की सूचना पर मूलगंज थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और उसे तत्काल उपचार के लिए हैलट अस्पताल में भर्ती कराया।

शनिवार भोर में सैफ की मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच की। सैफ के पिता मोहम्मद सफीक की तहरीर पर पुलिस ने सलमान काला,आतिफ इलाही समेत अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर तलाश में जुट गई। इस घटना को लेकर क्राइम ब्रांच और पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से कई अहम सबूत जुटाए हैं।

उल्लेखनीय है कि सैफ सपा विधायक इरफान सोलंकी के पार्टनर और बांग्लादेशी को शरण देने के आरोपों में जेल में बंद पूर्व पार्षद मन्नू रहमान की मौसी का बेटा था। वारदात की सूचना मिलते ही मन्नू रहमान के घरवाले भी हैलट अस्पताल पहुंचे। पुलिस ने बताया कि सैफ पुराना अपराधी था। उसके खिलाफ मूलगंज थाने में विभिन्न धाराओं 15 मुकदमे दर्ज हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/ महमूद/दीपक/सियाराम

Updated On 27 May 2023 3:44 PM GMT
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