रायपुर, 29 सितंबर (हि.स.)। धरसींवा में पांच साल की मासूम के साथ दुष्कर्म के मामले में भाजपा ने शुक्रवार को पुलिस थाने का घेराव किया। पुलिस व अस्पताल प्रबंधन पर लापवाही का आरोप लगाते हुए पीड़ित परिवार को मुआवजा देने के साथ ही थाना प्रभारी को बर्खास्त करने की मांग भाजपा ने की है।महिला मोर्चा कार्यकर्ताओं ने कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा है।

पूर्व विधायक देवजीभाई पटेल, प्रदेश महिला मोर्चा अध्यक्ष शालिनी राजपूत, जिला पंचायत सदस्य राकेश यादव सहित बड़ी संख्या में महिलाओं एवं ग्रामीणों ने मुख्य मार्ग पर विरोध प्रदर्शन करते हुए जुलूस निकालाऔर इसके बाद थाने का घेराव किया।भाजपा कार्यकर्ताओं ने रायपुर-बिलासपुर हाईवे लगभग एक घंटे तक जाम रखा।

उल्लेखनीय है कि रायपुर के धरसींवा में 14 साल के लड़के ने 5 साल की बच्ची से गुरुवार देर शाम दुष्कर्म किया। वह बच्ची को घुमाने के बहाने अपने घर ले गया था। शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपित नाबालिग को पकड़ लिया है। आरोपित ने अपना जुर्म कबूल लिया है। बच्ची के पिता का कहना है कि बेटी को पहले धरसींवा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। वह करीब 5 घंटे भर्ती रही, लेकिन उचित इलाज नहीं मिल सका। हालत बिगड़ती देख उसे रात 9 बजे मेकाहारा रिफर किया गया, लेकिन वहां तक लाने के लिए भी एंबुलेंस नहीं मिल सकी। जिसके बाद पुलिस ने निजी वाहन से उसे भिजवाया।

धरना प्रदर्शन कर रहे जिला पंचायत सदस्य राकेश यादव ने कहा कि घटना गुरुवार दो बजे की है। बाइक से पीड़िता के पिता उसे 3 बजे धरसींवा के शहीद योगेंद्र शर्मा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर आए। लेकिन रात 9 बजे तक उसका समुचित उपचार नहीं किया गया, छह घंटे तक पीड़िता धरसींवा अस्पताल में ही तड़पती रही। रात 9 बजे भी एंबुलेंस उपलब्ध नहीं हुई। तब पुलिस वाहन से पीड़िता को और जिला पंचायत सदस्य के वाहन से उनके परिजनों को मेकाहारा पहुंचाया गया, जहां पीड़िता की हालत गंभीर बनी हुई है।

जिला पंचायत सदस्य राकेश ने मांग की है कि पीड़िता का समुचित उपचार किसी बड़े निजी अस्पताल में कराया जाए। 50 लाख का मुआवजा पीड़िता के परिजनों को दें और पुलिस व अस्पताल प्रबंधन के लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए।महिला मोर्चा कार्यकर्ताओं ने कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा है। साथ ही पुलिस पर आरोप लगाया है कि, वारदात के बाद पुलिसकर्मी वहां मौजूद थे, लेकिन परिजनों को बाइक पर बच्ची को ले जाना पड़ा। परिवार को 5 घंटे थाने में बैठाकर रखा गया।

हिन्दुस्थान समाचार /केशव शर्मा

Updated On 29 Sep 2023 9:04 PM GMT
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