नई दिल्ली, 27 सितंबर (हि.स.)। केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्री नारायण राणे ने बुधवार को कहा कि पीएम विश्वकर्मा योजना शुरू होने के दस दिन के भीतर 1.40 लाख से ज्यादा आवेदन प्राप्त हुए हैं।

नारायण राणे ने एक्स पोस्ट पर योजना के बारे में लिखा है कि पीएम विश्वकर्मा योजना हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की दूरदर्शिता का परिणाम है। राणे ने बताया कि योजना के शुभारंभ के दस दिन के भीतर इतनी ज्यादा संख्या में आवेदन प्राप्त होना योजना की सफलता और सर्वोच्च महत्व का प्रमाण है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पीएम विश्वकर्मा योजना, हमारे सामाजिक और आर्थिक रूप से वंचित विश्वकर्मा भाइयों और बहनों के व्यापक विकास के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी। इसके साथ ही यह उनकी खोई हुई पहचान को बहाल करेगी, जिसका लंबे समय से इंतजार किया जा रहा है।

राणे ने बताया कि इस योजना का उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों की उत्पादन क्षमता को बढ़ाना, उनके उत्पादों को घरेलू और वैश्विक बाजारों तक पहुंचाना है। योजना के तहत 18 प्रकार के कारीगरों और शिल्पकारों को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि लाभार्थियों को कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा और उन्हें प्रशिक्षण के दौरान 500 रुपये का दैनिक वजीफा मिलेगा। इसके अलावा टूल किट खरीदने के लिए 15,000 रुपये की सहायता दी जाएगी। लाभार्थी 3 लाख तक बिना कुछ गिरवी रखे ऋण के भी पात्र होंगे।

उल्लेखनीय है कि इस योजना के माध्यम से विश्वकर्मा भाइयों और बहनों को प्रशिक्षण, टूल किट और बिना कुछ गिरवी रखे ऋण प्रदान किया जाएगा। एमएसएमई प्राप्त आवेदनों का सफलतापूर्वक सत्यापन कर सभी योजना का लाभ हमारे विश्वकर्मा भाई-बहनों को प्रदान करेगी।

हिन्दुस्थान समाचार/प्रजेश शंकर/वीरेन्द्र

Updated On 27 Sep 2023 11:59 PM GMT
Agency Feed

Agency Feed

Next Story