बेगूसराय, 29 सितम्बर (हि.स.)। अगर लंबी जिंदगी जीनी है तो अपने खानपान और व्यवहार में बदलाव लाना होगा। अन्यथा एक दिन ऐसा आएगा कि ज्यादातर लोग हार्ट की बीमारी से ग्रसित हो जाएंगे और उनके इलाज के लिए डॉक्टर और चिकित्सा सुविधा कम पड़ जाएगी। यह बातें आईएमए के सचिव-सह-ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ. रंजन कुमार चौधरी ने विश्व ह्रदय रोग दिवस के अवसर पर आइएमए द्वारा विष्णुपुर स्थित टीचर्स ट्रेनिंग स्कूल में आयोजित कार्यशाला में कही। कार्यशाला में उपस्थित शिक्षकों को ह्रदय रोग के लक्षण, उनका उपचार और उनसे बचाव के संबंध में बताया गया।

संचालन करते हुए डॉ. रंजन कुमार चौधरी ने कहा कि आज के युवाओं को अपने हेल्थ खासकर स्वस्थ ह्रदय के प्रति जागरूक होना होगा। कार्यक्रम का उद्घाटन आईएमए के अध्यक्ष डॉ. ए.के. राय, डॉ. रंजन कुमार चौधरी, डॉ. सुमीत वर्मा, शिक्षिका मधुरिमा कुमारी, निरुपमा कुमारी, प्रो. गौतम कुमार एवं अवनीश कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया।

कार्यशाला में आईएमए के अध्यक्ष डॉ. ए.के. राय ने कहा कि आज के युवा ध्रुमपान के शिकंजे में है। इसके साथ ही स्वास्थ्य पर भी उनका ध्यान कम है, उनका खानपान भी सही नहीं है। जिसके कारण कई युवा कम उम्र में ही ह्रदय रोग के शिकार हो रहे है। उन्हें इन सब चीजों से बचना होगा। डॉ. सुमित कुमार ने ह्रदय रोग से बचने के लिए सबसे पहली और बड़ी जरूरत सुबह का टहलना बताया।

कार्यशाला में डॉ. सुमित कुमार ने जागरूक करते हुए ध्रुमपान नहीं करने, अल्कोहल नहीं लेने, तेल मसाला और चिकनाई खानों से परहेज करने, सही समय पर सही भोजन लेने तथा टेंशन से दूर रहने की सलाह दी। इसके साथ ही उन्होंने अपना वार्षिक चेकअप कराने को भी कहा। इससे ही 80 प्रतिशत लोग ह्रदय रोग से बचे रहेंगे और लंबा जीवन जी सकेंगे।

कार्यशाला में ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ. रंजन कुमार चौधरी ने ब्लैक बोर्ड पर डायग्राम के द्वारा शिक्षकों को ह्रदय के काम करने के तरीके और ब्लॉकेज के कारण और उससे होने वाले दुष्परिणाम को बताया। उन्होंने अपने लाइफ स्टाइल में बदलाव लाने की भी सलाह दी। जिससे तेजी से बढ़ रहे हृदय रोग से बचा जा सकता है। उन्होंने कुमार विश्वास की कविता सुनाकर लोगों को हंसने पर मजबूर कर दिया।

हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र/चंदा

Updated On 29 Sep 2023 6:31 PM GMT
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