इटानगर, 15 सितंबर (हि.स.)। गण सुरक्षा पार्टी (जीएसपी) आगामी चुनाव में राज्य के वर्तमान राजनीतिक वरिष्ठों नेताओं को बदलने और राज्य के विधानसभा और संसद सदस्य (एमपी) चुनाव में धन संस्कृति को बंद करने के उद्देश्य के साथ चुनाव लड़ेगी। जीएसपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता तोको शीतल ने आज यहां अरुणाचल प्रेस क्लब में मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए ये बातें कही।
उन्होंने ने कहा कि जीएसपी प्रमुख एवं लोकसभा सांसद हीरा शरनिया के द्वारा जीएसपी के गठन की पृष्ठभूमि और उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पार्टी का उद्देश्य आदिवासी लोगों के कल्याण के लिए है, और हम सभी जानते हैं कि अरुणाचल प्रदेश में 100 प्रतिशत आदिवासी हैं, इसलिए हमने राज्य में पार्टी को विस्तार देने की योजना बनाई है। उन्होंने ने कहा कि जीएसपी हमारे राज्य के कल्याण के लिए है और हम राज्य की सेवा करना चाहते हैं।
हमारी योजना राज्य में चुनाव के दौरान धन संस्कृति को खत्म करने और जीएसपी को एक मजबूत विपक्षी पार्टी बनाने की है। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि उन्हें जीएसपी के प्रदेश अध्यक्ष से पदोन्नत करके जीएसपी के लिए राज्य से राष्ट्रीय प्रवक्ता के रूप में नियुक्त किया गया है, लेकिन उनकी योजना राज्य के लोगों की सेवा करना है। पार्टी के लिए राजनीतिक सलाहकार की भूमिका निभा रहे हैं।
जीएसपी पार्टी की भविष्य की योजना किसी तीसरे पक्ष की मदद के बिना जनजातीय अधिकारों के मुद्दों को उठाने पर केंद्रित होगी।
पार्टी ने चुनाव प्रक्रिया में शामिल धन संस्कृति, भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई और भविष्य में जीएसपी सबसे मजबूत विपक्षी दलों में से एक के रूप में उभरने की योजना बना रही है।
उन्होंने दावा किया कि भ्रष्टाचार सार्वजनिक स्तर से शुरू हुआ जब एक मतदाता ने चुनाव में अपना समर्थन देने के लिए एक उम्मीदवार से पैसे की मांग करता है। उन्होंने ने कहा कि अगर हम एक नया और विकसित अरुणाचल प्रदेश चाहते हैं तो हमें अपनी मानसिकता बदलनी होगी। हमें अरुणाचल प्रदेश की बेहतरी के लिए दूरदर्शी नेता चुनना होगा।
उन्होंने ने बताया कि लिखा तागू को नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया और यिडिक लोम्बी को पार्टी का नया महासचिव नियुक्त किया गया है।
नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष लिखा ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश 100 प्रतिशत आदिवासी राज्य है, लेकिन हमारे नेताओं की कमजोरी के कारण हमारी जनता को आदिवासी अधिकार नहीं मिल रहा है।
हालांकि, राज्य के राजनीतिक वरिष्ठों और राज्य की भ्रष्टाचार प्रणालियों को बदलने की हमारी योजना बहुत कठिन होगी, लेकिन किसी को शुरुआत करनी होगी। यदि सभी लोग समर्थन करते हैं तो हम निडरता से इसे कर सकते हैं, अन्यथा राज्य को अधिक नुकसान होगा।
इसलिए जीएसपी ने इच्छुक लोगों से आदिवासी लोगों के कल्याण के लिए इसमें शामिल होने की अपील की।
उन्होंने खुलासा किया कि वे राज्य विधानसभा चुनाव में 35 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेंगे।
हिन्दुस्थान समाचार /तागू/अरविंद