इटानगर, 6 सितंबर (हि.स.)। अरुणाचल प्रदेश महिला कल्याण संघ ने अरुणाचल प्रदेश मोनोगेमी चुनाव पात्रता विधेयक, 2023 को पेश नहीं करने पर अपनी निराशा व्यक्त करते हुए अरुणाचल प्रदेश विधान सभा के सामने विरोध प्रदर्शन किया।

यह विधेयक विधायक निनॉन्ग एरिंग ने सत्र के पहले दिन निजी सदस्यता संकल्प प्रस्ताव के रूप में लाया गया था लेकिन सदन में चर्च नहीं हो पयी और आज सत्र के आखिरी दिन विधायक की अनुपस्थिति के कारण यह विधेयक फिर से पेश नहीं हो सका।

अरुणाचल प्रदेश महिला कल्याण संघ की अध्यक्ष कानी नाडा मॉलिंग ने महत्वपूर्ण विधेयक पर चर्चा कराने में विफल रहने के लिए राज्य विधानमंडल पर सवाल उठाते हुए कहा कि राज्य विधानसभा के इस सत्र में लैंगिक भेदभाव किया गया। उन्होंने सदन में इस मुद्दे को उठाने में महिला विधायिकाओं की चुप्पी पर भी कड़ी आलोचना की।

उन्होंने कहा कि हम अरुणाचल प्रदेश मोनोगेमी चुनाव पात्रता विधेयक- 2023 का समर्थन करते हैं और राज्य सरकार को एक दिन बिल लाना ही होगा, हम यहीं नहीं रुकेंगे। हम अपनी लड़ाई जारी रखेंगे और इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखेंगे।

उन्होंने राज्य सरकार से यह भी अपील की कि यदि सरकार वास्तव में महिलाओं और बालिकाओं का कल्याण चाहती है तो उन्हें महिलाओं से संबंधित मामलों में व्यावहारिक रूप से आना होगा, केवल कागजी कार्रवाई से बात नहीं बनेगी।

हिन्दुस्थान समाचार /तागू/अरविंद

Updated On 7 Sep 2023 12:06 AM GMT
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