जिला कल्याण पदाधिकारी के लिखित बयान पर 10 स्कूलों पर मामला दर्ज
कोडरमा, 29 नवम्बर (हि. स.)। जिले में अल्पसंख्यक छात्रवृति प्री मैट्रिक के वितरण में अनिमियतता बरतने और राशि का दुरुपयोग करने को लेकर जिला प्रशासन ने कार्यवाही करते हुए 10 स्कूलों के खिलाफ कोडरमा थाना में मामला दर्ज कराया है। जिला कल्याण पदाधिकारी नीली सरोज कुजूर के लिखित बयान पर कांड धारा 409, 420,467,468, 421 के तहत मामला 275/22 दर्ज किया गया है।
मामले का अनुसंधान कर्ता एएसआई श्यामलाल यादव को बनाया गया है। अल्पसंख्यक समुदाय के छात्र-छात्राओं को अर्थात मुस्लिम सिख ईसाई के वर्ग एक से दसम के बच्चो के बीच छात्रवृत्ति वितरण किया जाता है। इसके लिए राज्य से अनुमोदन किया जाता है। उसके लिए संबंधित विद्यालय के यूजर आईडी से जिला कल्याण कार्यालय फॉरवर्ड किया जाता है, जिसे कल्याण कार्यालय का सत्यापन हुए विभाग को फॉरवर्ड किया है। कल्याण विभाग झारखण्ड सरकार द्वारा राशि निर्धारण करते हुए छात्रवृति भुगतान किया जाता है।
2017-18, 2018-19 एवं 2019-20 में कई विद्यालयों में स्कूलों के नाम पर छात्रवृति के वितरण में अनिमितता बरती गयी है। इस संबंध में उपायुक्त ने अपर समाहर्ता की अध्यक्षता में एक जांच समिति गठन कर जांच किया । जांच में पाया गया कि वित्तीय वर्ष-2017-18 2016-10 एवं 2019-20 में उक्त विद्यालय में अल्पसंख्यक छात्रवृति में अनियमितता बरतते हुए राशि का दुरुपयोग किया है और फर्जी छात्रों के नाम से राशि की निकासी कर ली गयी।
आवेदन में किस- किस स्कूल का है नाम
ब्राइट हॉप पब्लिक स्कूल चतरा, उर्दू मिडिल स्कूल, डरिकलान हजारीबाग, उर्दू मिडिल स्कूल हरिना, हजारीबाग, उर्दू मिडिल स्कूल पेलावल हजारीबाग, चाइल्ड प्रोग्रेसिव स्कूल, तिलैया, कोडरमा, किड्जी स्कूल बेहरवाटांड, कोडरमा, स्वामी विवेकानंद विद्यासागर, गिरिडीह, मदरसा रसीदिया, करमा, कोडरमा, एनपीएस फुटलहिया मरकच्चो, उप्रावि घोरवाटांड, चंदवारा के नाम है।
कार्यालय के तीन कर्मी पर भी मामला दर्ज
जिला कल्याण पदाधिकारी के द्वारा दिए गए आवेदन में सभी 10 स्कूलों के अलावे कार्यालय के तीन कर्मी पर भी मामला दर्ज कराया गया है जिसमें पूर्व लिपिक बड़ा बाबू (अब सेवानिवृत्त) मोबिन आलम, लिपिक प्रमोद कुमार मुंडा और कम्प्यूटर अपरेटर मो हैदर को भी अभियुक्त बनाया गया है।
हिंदुस्थान समाचार/ संजीव