गरियाबंद , 23 नवंबर (हि.स.)। परंपरागत तरीके से सब्जी की खेती में आमदनी बहुत कम हो रही थी। अपनी आमदनी बढ़ाने के धुन में उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों के सम्पर्क कर मैंने उनकी सलाह पर प्लास्टिक मल्चिंग से सब्जियों की खेती अपने 1.310 सिंचित रकबा में प्रारंभ कर अपने आमदनी बढ़ाने में सफलता हासिल की है। यह कथन है छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के ग्राम दर्रीपारा निवासी कृषक विष्णु नेताम की।

कृषक विष्णु नेताम ने आगे बताया कि उद्यानिकी विभाग के राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना वर्ष 2022-23 में प्लास्टिक मल्चिंग लगाने पर मुझे 50 प्रतिशत अनुदान राशि 12 हजार 800 रुपये भी प्राप्त हुआ जिसका उपयोग मैंने बाद की कर्षण क्रियाओं से किया जिससे मेरी लागत में कमी आयी। सब्जी की खेती करने में जो मजदूरी लगती थी उस पैसे की भी बचत होने लगी पौधो का विकास भी अधिक हुआ एवं उपज में भी डेढ़ से दो गुने तक की वृद्धि के साथ 4 लाख रूपये तक आमदनी हुई है। अब पहले की तुलना में उच्च गुणवत्ता वाली सब्जियों की पैदावारी हो रही है। उद्यानिकी विभाग के मार्गदर्शन में पारंपरिक तरीके की अपेक्षा आधुनिक तरीके से सब्जी की खेती करने से मुझे दोगुने से अधिक लाभ प्राप्त हो रहा है जिससे मेरी आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ हुई है। कृषक विष्णु ने जिले के अन्य किसानों को भी विभागीय परामर्श के साथ सब्जीवर्गी फसलों की खेतीकर दोगुने पैदावारी लेने की सलाह देते हुए सहयोग के लिए शासन-प्रशासन का आभार माना है।

हिन्दुस्थान समाचार / गेवेन्द्र

Updated On 22 March 2023 11:51 AM GMT
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