किशनगंज,03दिसंबर (हि.स.)। सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में साफ-सफाई और संक्रमण रोकने के लिए किए गए प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए कायाकल्प योजना की शुरुआत की गई थी। इसके तहत जिले के सामुदायिक अस्पताल से लेकर सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित स्वास्थ्य केंद्रों में रख रखाव व साफ़-सफाई पर विशेष ध्यान देने के लिए टीम के द्वारा दिघलबैंक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का एसेसमेंट किया गया।

विदित हो कि कायाकल्प योजना के लिए पहले चरण में इंटरनल एसेसमेंट, दूसरे चरण में पियर एसेसमेंट तथा तीसरे चरण में राज्य स्तरीय टीम द्वारा असेसमेंट किया जाता है। इसके तहत 70 अंक प्राप्त करने के बाद ही राज्य स्तर से टीम द्वारा मूल्यांकन किया जाता है। शनिवार को राज्यस्तरीय दल द्वारा जांच की गई। जांच के दौरान टीम ने संतोष व्यक्त किया तथा और बेहतर कार्य करने की नसीहत दी। टीम के सदस्यों ने अस्पताल की सुविधाओं को देखा। खासकर अस्पताल की सफाई व्यवस्था की टीम ने बारीकी से निरीक्षण किया। इसमें भी खरा उतरने पर अस्पताल को पुरस्कार के तौर पर राशि मिलेगी। इस दौरान टीम द्वारा अस्पताल में मरीजों को मिलने वाली सारी सुविधाओं की जानकारी ली गयी।

केयर इंडिया के महेंद्र बेथरा ने बताया कि अस्पताल की व्यवस्था संतोषजनक थी। प्रसव कक्ष साफ सुथरा था। हालांकि सुधार की गुंजाइश हमेशा बनी रहती है। अस्पताल में आने वाले मरीजों को यहां से किसी तरह का संक्रमण नहीं हो, इसका हमलोग ख्याल रखते हैं। गौरतलब हो कि कायाकल्प योजना के तहत आने वाले राज्य के अस्पतालों को मुख्य रूप से पांच पुरस्कार दिए जाने का प्रावधान है।

उत्तम ज्योति नारायण मीडिया सलाहकार, राज्य स्वास्थ्य समिति ने बताया कि कायाकल्प योजना का मुख्य उद्देश्य है कि सभी तरह की स्वास्थ्य सुविधाओं को विशिष्ट मानकों की दिशा में प्रोत्साहित करना, स्वास्थ्य सुविधाएं सहित स्वच्छ और स्वास्थ्यवर्धक बनाना है। सामान्य रूप से विभिन्न अस्पतालों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए विभाग द्वारा मुख्य रूप से तीन तरह की सुख सुविधाओं पर फोकस किया गया है। जिसमें स्वच्छता, बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट और हॉस्पिटल इंफेक्शन मरीजों के साथ स्वास्थ्य कर्मियों का उत्तम व्यवहार जिस पर अस्पताल प्रशासन को कार्य करना होता है।

निरीक्षण के क्रम में जिला स्वास्थ्य समिति के डीडीए सुमन सिन्हा ने बताया कि कायाकल्प योजना के तहत सभी तरह के स्वास्थ्य केंद्रों में सुधार को लेकर मुहिम शुरू कर दी गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए जिला स्तर पर स्वास्थ्य विभाग हमेशा तैयार रहता है। स्थानीय अस्पताल प्रशासन के अलावा जनप्रतिनिधियों एवं मरीजों के परिजनों को भी सहयोग करने की जरूरत है। स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारी एवं अस्पताल प्रबंधन को लेकर सुधार के लिए पूरी तन्मयता से लगे हुए है। जिससे विभिन्न अस्पतालों में हो रहे गुणवत्तापूर्ण सुधार से मरीजों को भी काफी लाभ मिल रहा है।

हिन्दुस्थान समाचार/धर्मेन्द्र

Updated On 22 March 2023 11:50 AM GMT
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