Panchkroshi Yatra : ACP दशाश्वमेध ने पुलिस फोर्स के साथ किया मणिकर्णिका घाट का निरीक्षण, इस मार्ग से जाएंगे श्रद्धालु
वाराणसी। महाशिवरात्रि पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु पंचक्रोश यात्रा करते हैं। काशी में इस यात्रा का खासा महत्त्व है। यात्रा मणिकर्णिका घाट से सकल्प लेकर शुरू होती है। ऐसे…
![ACP Dashashwamedh inspected Manikarnika Ghat with police force ACP Dashashwamedh inspected Manikarnika Ghat with police force](http://varanasitoday.com/wp-content/uploads/2023/02/ACP-Dashashwamedh-inspected-Manikarnika-Ghat-with-police-force.jpg)
वाराणसी। महाशिवरात्रि पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु पंचक्रोश यात्रा करते हैं। काशी में इस यात्रा का खासा महत्त्व है। यात्रा मणिकर्णिका घाट से सकल्प लेकर शुरू होती है। ऐसे में जिला प्रशासन और कमिश्नरेट पुलिस पंचक्रोश यात्रियों की सुविधा के लिए तत्पर है। पंचक्रोश यात्रा पर आये यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ACP दशाश्वमेध डॉ अवधेश पांडेय ने गुरुवार की रात मणिकर्णिका घाट स्थित मणिकर्णिका कुंड का निरीक्षण किया। इस दौरान मौजूद इंस्पेकटर चौक के साथ मंत्रणा कर उन्होंने मणिकर्णिका घाट आने वाले रास्ते का निर्धारण किया।
उच्चाधिकारियों के निर्देश पर तय हुआ मार्ग
एसीपी ने बताया कि परिक्रमा के अवसर पर मणिकर्णिका कुंड पर होने वाले स्नान हेतु श्रद्धालुओ को भारी भीड़ को देखते हुए उच्चाधिकारी गण द्वारा भ्रमण के उपरांत दिए गए मार्ग दर्शन के क्रम में श्रद्धालुओ को मणिकर्णिका कुंड तक जाने हेतु मार्ग का निर्धारण किया गया है। मार्ग पर श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े के लिए जगह जगह साइन बोर्ड तथा सीसीटीवी कैमरा लगवाए गए हैं। जाने व आने वाले मार्ग पर शांति व्यवस्था हेतु मुख्य स्थानों पर भारी पुलिस बल ड्यूटी हेतु लगाया गया है।
ये होगा मार्ग
उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओ को जाने हेतु थाना चौक के सामने से रानी कुआं होते हुए नंदनसाहु लेन, कश्मीरीमल की हवेली से बाएं होते हुए शीतला गली से पीतांबरा देवी मंदिर से दाहिने मुड़ते हुए सिंधिया घाट पर उतर कर मणिकर्णिका कुंड पर जाने का मार्ग निर्धारण किया गया है। मणिकर्णिका कुंड पर प्रवेश के लिए दो रास्ते बनाए गए हैं तथा निकासी हेतु दो मार्गों का निर्धारण किया गया है। कोई भी श्रद्धालु मणिकर्णिका द्वार या अन्य किसी गली से जो जाने के लिए निर्धारित नहीं है उस रास्ते का प्रयोग नहीं करेगा मणिकर्णिका कुंड में स्नान करने के उपरांत श्रद्धालु ललिता घाट, जलासेन घाट होते हुए दशाश्वमेध घाट से अपने गंतव्य तक प्रस्थान करेंगे।
सुरक्षा के कड़े इन्तेजाम
उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा के दृष्टिगत जगह जगह बैरिकेटिंग कराई गई है सादे वस्त्रों में पुलिस कर्मी ड्यूटी में लगाए गए हैं तथा भूले बिसरे लोगो के अनाउंसमेंट के लिए ध्वनिविस्तारक यंत्रों को भी लगवाया जा रहा है ।
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