नई दिल्ली, 24 फ़रवरी (हि.स.)।जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के साथ पर्यटन मंत्रालय के स्वायत्त निकाय राष्ट्रीय होटल प्रबंध एवं केटरिंग टेक्नॉलॉजी परिषद (एनसीएचएमसीटी) के बीच होटल प्रबंधन संस्थान, पूसा में…

नई दिल्ली, 24 फ़रवरी (हि.स.)।जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के साथ पर्यटन मंत्रालय के स्वायत्त निकाय राष्ट्रीय होटल प्रबंध एवं केटरिंग टेक्नॉलॉजी परिषद (एनसीएचएमसीटी) के बीच होटल प्रबंधन संस्थान, पूसा में गुरुवार की शाम एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। जेएनयू के कुलपति और एनसीएचएमसीटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने अपने संस्थानों की तरफ से इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए और पर्यटन, संस्कृति एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री जी किशन रेड्डी और सचिव (पर्यटन)अरविंद सिंह की उपस्थिति में इन समझौता ज्ञापनों का आदान-प्रदान किया।

ये समझौता ज्ञापन हॉस्पिटैलिटी में एनसीएचएमसीटी के यूजी और पीजी डिग्री के प्रमुख कार्यक्रमों को जेएनयू द्वारा मान्यता दिए जाने की दिशा में उठाया गया कदम है। इसके चलते 2023-24 शैक्षणिक वर्ष से जेएनयू द्वारा एनसीएचएमसीटी संचालित पाठ्यक्रमों के पास-आउट छात्रों को डिग्री दी जाएगी।

पर्यटन मंत्रालय के सचिव अरविंद सिंह ने कहा कि जेएनयू के पास शोध और अकादमिक संस्कृति का एक सिद्ध ट्रैक रिकॉर्ड है और इसे न केवल हमारे देश में बल्कि वैश्विक स्तर पर लगातार रैंक किया जाता है और माना जाता है। आईआईएचएम के छात्र इस एमओयू से लाभान्वित होंगे क्योंकि इससे समग्र शैक्षणिक इनपुट को अपग्रेड करने में मदद मिलेगी।

एनसीएचएमसीटी भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त संगठन है। भारत सरकार देश भर में फैले अपने संबद्ध आईएचएम संस्थानों के माध्यम से देश में हॉस्पिटैलिटी शिक्षा और प्रशिक्षण के क्षेत्र में शिक्षा को विनियमित करती है। एनसीएचएमसीटी के शैक्षणिक छाते के तले आज तक कुल 93 संस्थान संबद्ध हैं। इन संस्थानों में बी.एससी. एचएचए और एम.एससी एचए में दाखिला लेने वाले छात्रों को इस एमओयू से लाभ होगा।

हिन्दुस्थान समाचार/ विजयालक्ष्मी

Updated On 24 Feb 2023 6:16 AM GMT
Naveen Prasad

Naveen Prasad

Next Story