वाराणसी। वर्दी की छवि धूमिल करने वाले और अनुशासनहीनता के मामले को लेकर 122 पुलिसकर्मियों को नोटिस जारी किया गया है। पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने कहा कि महकमें की छवि धूमिल करने वालों की अब खैर नहीं है। वहीं ड्यूटी के दौरान शराब पीने व आमजन से दुर्व्यवहार के आदी, आदतन गैरहाजिर रहने वाले और भ्रष्टाचार की शिकायत के मामले में पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल के निर्देश पर उनकी गोपनीय टीम ने उन सभी 122 पुलिसकर्मियों को चिह्नित किया है।

चिह्नित पुलिसकर्मियों को नोटिस देकर उन्हें अपना आचरण सुधारने के लिए एक महीने की मोहलत दी गई है। इस अवधि में उनकी नियमित निगरानी की जाएगी। एक माह का समय बीतने के बाद भी सुधार न होने पर संबंधित पुलिस कर्मी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

वाराणसी से यूपी बोर्ड की हाईस्कूल की कॉपी लेकर मुजफ्फरनगर गए शिक्षक धर्मेंद्र कुमार की गत 17 मार्च की रात शराब के नशे में धुत हेड कांस्टेबल चंद्रप्रकाश ने गोली मार कर हत्या कर दी थी। उस दौरान पुलिस आयुक्त ने कहा था कि शराब पीने, जनता से दुर्व्यवहार करने वाले और भ्रष्टाचार में लिप्त पुलिसकर्मियों को चिह्नित कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

इस क्रम में कमिश्नरेट के तीन जोन के दो इंस्पेक्टर, 15 सब इंस्पेक्टर, 29 हेड कांस्टेबल, 73 हेड कांस्टेबल और तीन चतुर्थ श्रेणी कर्मियों को चिह्नित कर नोटिस थमाया गया है। पुलिस आयुक्त ने कहा कि एक महीने में यदि संबंधित पुलिसकर्मियों ने खुद में सुधार नहीं किया तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। कार्रवाई में नौकरी से बर्खास्तगी भी शामिल है।

यह भी बताया गया है कि गोपनीय टीम आपकी बदस्तूर निगरानी कर रही। गोपनीय टीम एक माह बाद दूसरी रिपोर्ट जारी करेगी, जिसमें सुधार न होने क्रमवार शुरू हुई कार्रवाई बर्खास्तगी तक पहुंचेगी।

Vipin Singh

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