वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 मार्च को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी आ रहें है। पीएम काशी को करीब 18 सौ करोड़ की सौगात देंगे। यहां वह अपने संसदीय क्षेत्र में 5 घंटे गुजारेंगे। इस दौरान पीएम इंटरनेशल स्टेडियम, ATC टॉवर ​​​​​और रोपवे समेत करीब 29 डेवलपमेंट्स प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास करेंगे। इसमें कुछ प्रोजेक्ट ऐसे भी हैं, जिनसे वाराणसी का सबसे बड़ा संकट सीवेज और बाढ़ की समस्या का कुछ हद तक हल हो जाएगा। सीवेज का पानी सीधे गंगा में न मिले इसके लिए 308 करोड़ रुपए से नमामि गंगे द्वारा प्रस्तावित भगवानपुर STP बनाया जाएगा।

वहीं, सामने घाट इलाके में गंगा के बाढ़ का पानी न प्रवेश करे इसके लिए सवा 2 करोड़ की लागत से फ्लिपर गेट बनाया जाएगा। इसका पीएम मोदी शिलान्यास करेंगे। BHU के पास भगवानपुर में 55 MLD शोधन क्षमता वाला सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा। हालांकि, यहां पर पहले से ही STP है, मगर उसकी क्षमता बेहद कम 9.8 MLD थी। शहर में बाढ़ की सबसे बड़ी समस्या इसी घाट और भगवानपुर में होती है। बाढ़ का पानी सामने घाट के ज्ञानप्रवाह के पास से शहर में प्रवेश कर जाता है। मगर, फ्लिपर गेट होने के बाद पानी कॉलोनियों और सड़कों पर आने से रोका जा सकता है।

वाराणसी में 7 एक्टिव STP

बता दें कि, भगवानपुर STP के साथ ही रामनगर में 40 MLD शोधन क्षमता का और लोहता में 25 MLD का सीेवेज ट्रीटमेंट प्लांट तैयार हो रहा है। इनके आने के बाद शहर में कुल 10 STP एक्टिव हो जाएंगे। फिलहाल, कुल 7 STP ही काम कर रहे हैं। 50 MLD का नगवां STP, भगवानपुर, 80 MLD का दीनापुर सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, 50 MLD का रमना STP, 12 MLD का बरेका सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, 170 करोड़ रुपए से तैयार। 140 MLD का दीपापुर और 120 MLD गोईठहां STP है।

100 MLD सीवेज सीधे गंगा में मिलता है

वहीं, शहर में हर दिन करीब साढ़े 300 MLD सीवेज निकलता है। अभी तक शहर में केवल 250 MLD ही सीवेज को ट्रीट किया जा रहा है, बाकी 100 MLD सीवेज सीधे गंगा में या बाढ़ के दौरान कॉलोनियों में घुस जाते हैं।

Updated On 21 March 2023 10:09 AM GMT
Ankita Yaduvanshi

Ankita Yaduvanshi

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