वाराणसी। पर्यटकों की संख्या काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनने के बाद बढ़ती हुई देशी और विदेशी होटल कारोबारियों को अपनी तरफ आकर्षित कर रही है। पेरिस के बेस्ड फर्म के साथ भारतीय अंतरराष्ट्रीय होटलों की चेन से जुड़े फर्मों ने होटल बनाने के लिए पर्यटन विभाग से समझौता किया है। बताया जा रहा है कि इन होटलों में 1180 कमरे बनेंगे। इस मुहिम से वाराणसी में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार भी बढ़ेगा।

काशी में फाइव स्टार होटल खुलने का रास्ता अब साफ हो गया है। बता दें कि पर्यटन विभाग के उपनिदेशक आर.के. रावत ने बताया कि अंतराष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं से यह होटल खुलने है और इनकी प्रारंभिक औपचारिकता पूरी की जा चुकी है। काशी में पर्यटकों की बढ़ती संख्या ने पर्यटन कारोबार को नया आयाम दिया है। पिछले 23 महीने में करीब 12 करोड़ पर्यटक काशी आए हैं।

काशी में सैलानियों को लुभाएंगे नए होटल

• जेएचवी समूह के क्राउन प्लाजा होटल में बनेंगे 300 कमरे।

• जेएवी समूह के होटल हॉलिडे इन्न में होंगे 180 कमरे।

• फर्म डू लोवरे जो सरोवर पेरिस बेस्ड समूह का है इसमें 300 कमरे होंगे।

• साथ ही होटल रमाडा प्लाजा में होंगे 100 कमरे।

जींजर भारतीय होटल कंपनी लीमिटेड 300

टूरिज्म वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष राहुल मेहता ने कहा कि, "2013 के मुकाबले में पर्यटकों की संख्या कई गुना बढ़ी है। सामान्य दिनों में भी होटल में कमरे नहीं मिलते हैं। अच्छे होटल खुलने से पर्यटन कारोबार को पंख लगेंगे। विदेशी पर्यटकों की संख्या और बढ़ेगी।"

टूरिज्म गिल्ड के अध्यक्ष संतोष सिंह ने बताया कि, "काशी की 40 फीसदी आबादी पर्यटन पर निर्भर है। ज्यादातर लोगे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हैं। काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर बनने के बाद पर्यटन उद्योग बढ़ा है। इसका फायदा नाविक, ट्रांसपोर्टर, होटल संचालक भी उठा रहे हैं।"

इसके साथ ही टूरिज्म गिल्ड के प्रवक्ता प्रवीण मेहता ने कहा कि, "ट्रांसपोर्ट उद्योग करीब 60 फीसदी बढ़ा है। 2017 में जहां 30 लोग इस क्षेत्र से जुडे थे, वहीं अब आंकड़ा सौ से ज्यादा का हो गया है।"

Rishika Kukrety

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